Wildlife Tracking Dhamtari : धमतरी जिले के अरसीकन्हार जंगल में बाघ (Tiger Spotted In Dhamtari) के पद चिन्ह मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। अब तक यहां हाथियों, तेंदुए, भालू और हिरण जैसे जानवर देखे जाते रहे हैं, लेकिन अब बाघ की दहाड़ सुनाई देने की आशंका है।
ग्रामीणों द्वारा पद चिन्ह (Tiger Spotted In Dhamtari) देखे जाने की सूचना मिलते ही उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के उपनिदेशक वरुण जैन के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बाघ की मौजूदगी को लेकर गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है।
कहां से आया बाघ (Tiger Spotted In Dhamtari)
वन विभाग को आशंका है कि यह बाघ गढ़चिरौली, बीजापुर या कोंडागांव के जंगलों से होते हुए अरसीकन्हार पहुंचा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 150 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं, जिससे बाघ की पहचान और मूवमेंट ट्रैक किया जा सके।
अकेले जंगल न जाएं, सतर्क रहें (Wildlife Tracking Dhamtari)
ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अकेले जंगल न जाएं और किसी भी बाघ के मूवमेंट की सूचना तत्काल वन विभाग को दें। खबरों के मुताबिक, 25 दिन पहले गरियाबंद में भी बाघ दिखाई दिया था।
क्या बाघ-तेंदुए के बीच हुई भिड़ंत (Sitanadi Tiger Reserve News)
उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के ग्राम मासुलखोई में हाल ही में एक घायल तेंदुए ने बुजुर्ग पर हमला किया था, जिसके बाद उसका शव नाले के पास मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तेंदुए के शरीर पर बाघ जैसे बड़े दांतों के निशान मिले, जिससे यह अंदेशा है कि बाघ और तेंदुए के बीच लड़ाई हुई थी। बाघ का पद चिन्ह मासुलखोई जंगल से सिर्फ 6-7 किमी दूर मिला है। वन विभाग के अनुसार यह बाघ पिछले 10-12 दिनों से इसी क्षेत्र में सक्रिय है।