Friday, November 8, 2024
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Chakradhar Samaroh 2024 : चक्रधर समारोह में कथक और ओडिसी नृत्य ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्ध, जानिए आज के कार्यक्रम

Raigarh News : सुर-ताल, छंद और घुंघरू के 39 बरस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर में आयोजित चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh 2024) में दूसरे दिन दिल्ली, कलकत्ता और रायपुर से आए कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत कथक और ओडिसी नृत्यों ने दर्शकों मंत्रमुग्ध कर दिया।चक्रधर समारोह 2024 : कथक और ओडिसी नृत्य ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्धओडिसी नृत्य की प्रसिद्ध कलाकार डॉ.पूर्णाश्री राउत और पद्मश्री रंजना गौहर एवं कथक नृत्यांगना सुश्री दीपान्निता सरकार ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इन कलाकारों के भाव भंगिमा ने सब का मन मोह लिया।चक्रधर समारोह 2024 : कथक और ओडिसी नृत्य ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्धप्रसिद्ध ओडिसी नर्तक डॉ.पूर्णाश्री राउत ने भगवान जगन्नाथ को समर्पित धार्मिक पूजा गीत को ओडिसी नृत्य के माध्यम से प्रस्तुति दी। दर्शकगण भगवान जगन्नाथ के धार्मिक गीत आराधना देख भक्तिमय माहौल में डूब गए। उनके भाव भंगिमा युक्त ओडिसी नृत्य ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया।चक्रधर समारोह 2024 : कथक और ओडिसी नृत्य ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्ध

दिल्ली से पहुंची लखनऊ घराने कथक नृत्यांगना सुश्री दीपान्निता सरकार और जयपुर घराने के कलाकार सौरभ ने लखनऊ और जयपुर घराने के कथक की बेजोड़ संगम की प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में हारमोनियम बांसुरी, तबले और पखावज के साथ नर्तकों की संगत देखते ही बनती थी।Image

दिल्ली की सुश्री ए.मंदाकिनी स्वैन ने चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh 2024) में राग जोश शैली से साजना मोरा घर आवै गाकर सब का मन मोह लिया। इसके साथ ही उन्होंने श्याम कल्याण की भी प्रस्तुति दी।Image

कोलकाता से पहुंचे प्रसिद्ध सरोद वादक सौगत गांगुली की शानदार प्रस्तुति में पारंपरिकता और आधुनिकता का संपूर्ण संगम दिखा।Image

सरोद की तरल ध्वनि जब तबले की थाप के साथ संगत से संगीत की गहराई, सूक्ष्मता और भावनात्मकता का अद्वितीय मेल देखने को मिला।Image

दिल्ली की पद्मश्री रंजना गौहर ने ओडिसी नृत्य के माध्यम से कबीर का जीवन यात्रा को जीवांत कर दिया। रहस्यवादी कवि कबीर के जीवन के अलग-अलग पड़ावों, उनकी सीख और अनुभवों को साथी कलाकारों नृत्य मुद्राओं से रोचक तरीके से प्रस्तुत किया। प्रस्तुति के दौरान कबीर के दोहों और भजन पर सुरमयी और लयबद्ध प्रस्तुति भी दी गई।Image

चक्रधर समारोह में लोक गायक  विजय शर्मा एवं टीम के छत्तीसगढ़ी गानों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके द्वारा गाए कोरी-कोरी नारियल चढ़े, महुआ झरे गानों पर दर्शक झूम उठे। भोपाल की शास्त्रीय गायिका सुश्री वाणी राव ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी।

 

आज ग्रैमी अवार्ड विजेता राकेश चौरसिया देंगे प्रस्तुति

39 वां चक्रधर समारोह के चतुर्थ दिवस 10 सितम्बर को ग्रैमी अवार्ड विजेता बांसुरी वादक राकेश चौरसिया बांसुरी वादन से अपनी धुनों का जादू बिखरेंगे। समारोह में दिल्ली के प्रसिद्ध कव्वाल मो.चांद अफजल कादरी कव्वाली पेश करेंगे। इसी तरह अनिता शर्मा, रायगढ़ भजन गायन पर प्रस्तुति देंगी।

समारोह इस कड़ी में रायगढ़ की नीत्या खत्री द्वारा कथक, रायपुर के तपसीर मोहम्मद एवं साथियों द्वारा अकार्डियन वादन, दिल्ली के  शिव प्रसाद राव द्वारा शास्त्रीय गायन, बासंती वैष्णव एवं ज्योतिश्री बोहिदार द्वारा कथक (रायगढ़ घराना) एवं रायपुर के प्रभंजय चतुर्वेदी द्वारा भजन एवं गजल गायन पर प्रस्तुति देंगे।