Loksabha Election 2024 : आगामी लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav) से पहले गुजरात में बीजेपी के दो उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. वडोदरा से सांसद रंजन भट्ट और साबरकांठा से भीखाजी ठाकुर ने अपना टिकट लौटा दिया. रंजन भट्ट ने निजी कारणों से चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है, जिन्हें पार्टी ने लगातार तीसरी बार टिकट दिया था. वहीं भीखाजी की जाति को लेकर विवाद चल रहा है, जिससे माना जा रहा है कि उन्हें चुनाव से दूरी बनानी पड़ी.
सांसद रंजन भट्ट ने एक्स पोस्ट में अपने फैसले का ऐलान किया और बताया कि वह निजी कारणों से चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने पोस्ट किया, “मैं, रंजनबेन धनंजय भट्ट, अपने व्यक्तिगत कारणों से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की इच्छुक नहीं हूं.” कुछ दिनों पहले ही उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हुए थे. बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बगावत कर दी थी.
वडोदरा बीजेपी की सबसे सेफ सीट मानी जती है. रंजन भट्ट ने कहा, “मुझ पर गलत आरोप लगाए गए. मुझे हाई कमान ने कुछ नहीं कहा. मैंने खुद टिकट लौटाई है. जिस प्रकार के आरोप लगाए गए वैसा मैंने कुछ नहीं किया. इस प्रकार विरोध होने से अच्छा है कि मैं चुनाव न लड़ूं.”
रंजन भट्ट वर्तमान में वडोदरा से सांसद हैं. बीजेपी ने 2024 के चुनाव में रंजन भट्ट को उम्मीदवार घोषित किया था. व्यक्तिगत कारणों से उन्होंने बीजेपी नेतृत्व के सामने लोकसभा चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई हैं. उन्होंने पोस्ट किया, “मैं, रंजनबेन धनंजय भट्ट, अपने व्यक्तिगत कारणों से लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Chunav) लड़ने की इच्छुक नहीं हूं.”
साबरकांठा से उम्मीदवार भीखाजी ठाकुर ने बीजेपी को अपना टिकट लौटा दिया है. उन्होंने भी चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई. उनकी जाति को लेकर विवाद चल रहा है. भीखाजी ठाकुर स्थानीय लोगों मे भीखाजी डामोर के नाम से पहचाने जाते थे. उनको टिकट मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर यह मुद्दा उठा था. आज अचानक उन्होंने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी. दो बार से सांसद दीपसिंह राठौड़ की टिकट काटकर भीखाजी ठाकोर को टिकट दी गई थी. साबरकांठा सीट पर कांग्रेस ने आदिवासी नेता डॉक्टर तुषार चौधरी को उतारा है.