Friday, November 8, 2024
Homeछत्तीसगढ़Tomato Price Down : टमाटर की कीमतें 3 रुपए किलो मिलने पर...

Tomato Price Down : टमाटर की कीमतें 3 रुपए किलो मिलने पर किसानों ने सड़क पर फेंके

Balrampur News : ढाई से तीन महीने पहले टमाटर (Tomato Price Down) की आवक कम होने के कारण इसकी कीमत छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में ढाई सौ से 300 रुपए किलो पहुंच गई थी। अब हालत ऐसी है कि 2 से 3 रुपए किलो में मिलने लगी है। इससे आम आदमी को जहां राहत है तो वहीं टमाटर उत्पादक किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है। इससे अन्नदाता आक्रोशित हैं और बेचने की बचाय सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर। ऐसा ही एक नजारा बुधवार को छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज में देखने को मिला।

बलरामपुर जिले की शहर नगर पंचायत रामानुजगंज में दो महीने पहले टमाटर (Tomato Price Down) का रेट ढाई सौ से तीन सौ रुपय किलो तक पहुंच गया था। वहीं, पिछले कुछ दिनों से लगातार टमाटर के रेट में गिरावट आ रही थी। आज स्थिति ऐसी हो गई कि रामानुजगंज के थोक सब्जी बाजार में टमाटर का थोक रेट तीन रुपये किलो हो गया है। किसानों ने इससे हताश और निराश होकर टमाटर को बीच बाजार में फेंक दिया।

किसान मुकेश दास और सूरज धारकर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने टमाटर (Tomato Price Down)  की खेती करने में जितनी लागत लगाई थी। उन्हें उसका 20 प्रतिशत भी नहीं मिल रहा है। टमाटर तोडऩे में जितना खर्चा आया है, उसका भाव भी न मिलने से परेशान और निराश हैं। इसीलिए उन्होंने टमाटर को बीच रास्ते में फेंक दिया। क्षेत्र के दर्जनों गांव के सैकड़ों किसानों के द्वारा टमाटर का उत्पादन किया गया है, लेकिन लगातार टमाटर का मूल्य जहां दो अंको में आ गया था वहीं कुछ दिन पहले से एक अंक में आ गया है।

स्थिति ऐसी हो गई कि आज थोक सब्जी बाजार मे चार रुपये किलो टमाटर (Tomato Price Down) बिक रहा था, जिसमें एक रूपये किलो कमीशन में चला जाता है। इस प्रकार किसान को मात्र तीन रुपये किलो का ही मूल्य मिला। ऐसे में किसानों की हताशा और निराशा देखी सकती थी। कई किसान तो टमाटर को ऐसे ही छोड़कर चल दिए। वहीं, मुकेश दास और सूरज धारकर ने बीच बाजरा में ही टमाटर फेंक दिए। 

2 हजार हेक्टेयर में  उत्पादन : ग्राम चंद्रनगर,सारंगपुर,पुरुषोत्तमपुर,मितगई, विजयनगर, भाला,चुमरा, महावीर लगंज गाजर सहित अन्य ग्राम पंचायत में करीब 2000 एकड़ में टमाटर का उत्पादन हुआ है टमाटर का रेट गिर जाने से सैकड़ो किसान हताश एवं निराशा एवं उन्हें अपना लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है।