Onion Farming Tips : प्याज की खेती से बंपर मुनाफा कमा सकते हैं किसान, जानिए बुवाई का सही समय

By admin
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Onion Farming Tips

Onion Agriculture Guide : अगर किसान सही समय पर प्याज (Onion Farming Tips) की खेती करें, तो इससे उन्हें शानदार मुनाफा हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर का महीना प्याज की बुवाई के लिए सबसे अनुकूल होता है। इस समय मौसम में नमी और तापमान का संतुलन प्याज की फसल के विकास के लिए आदर्श माना जाता है। देशभर के कई किसान अब प्याज की खेती को वैज्ञानिक तरीके से अपनाकर बेहतर आमदनी हासिल कर रहे हैं।

प्याज की खेती में बढ़ा मुनाफा, सालभर रहती है मांग

प्याज की मांग पूरे साल बनी रहती है, जिससे किसान इसे उगाकर लगातार आय कमा सकते हैं। अक्टूबर का महीना प्याज की बुवाई के लिए बेहतरीन माना जाता है, क्योंकि इस समय मिट्टी में मौजूद नमी प्याज की जड़ों के तेजी से विकास में मदद करती है। प्याज की फसल जल्दी तैयार हो जाती है और बाजार में इसकी ऊंची कीमत मिलने से किसानों को भरपूर फायदा मिलता है। यह मौसम प्याज उत्पादन (Onion Farming Tips) के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

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अच्छी किस्म का चयन है जरूरी

प्याज की खेती शुरू करने से पहले किसानों को इसकी अच्छी किस्म का चयन करना चाहिए। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, अक्टूबर में पूसा रेड (Pusa Red), एग्रीफाउंड डार्क रेड (Agrifound Dark Red) और एन-53 (N-53) जैसी उन्नत किस्में बोना सबसे अच्छा विकल्प है। ये किस्में हर मौसम में स्थिर उत्पादन देती हैं और रोग प्रतिरोधक भी होती हैं। किसानों को सलाह दी जाती है कि प्याज की किस्म का चयन (Onion Farming Tips) मिट्टी और जलवायु को ध्यान में रखकर करें।

कैसे करें प्याज की बुवाई

प्याज की बुवाई के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है, क्योंकि इसमें जल निकासी अच्छी होती है और जड़ें सड़ती नहीं हैं। प्याज के बीज पहले गमले या नर्सरी में तैयार किए जाते हैं और 4 से 6 हफ्ते बाद खेत में रोपाई की जाती है। पौधों के बीच 10 से 12 सेंटीमीटर की दूरी रखना फसल के बेहतर विकास में मदद करता है।

किसानों को प्याज की बुवाई के बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए, लेकिन पानी का अत्यधिक प्रयोग नुकसानदेह हो सकता है। प्याज के पौधों की सिंचाई और देखभाल (Onion Farming Tips) सही मात्रा में करने से फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में सुधार होता है।

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पौधों की देखभाल और उर्वरक का सही उपयोग

प्याज की फसल में उर्वरक का संतुलित उपयोग उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। प्रति हेक्टेयर भूमि में 60–70 किलो नाइट्रोजन, 30–40 किलो फॉस्फोरस और 20–25 किलो पोटाश देना उपयुक्त माना जाता है। किसानों को उर्वरक का प्रयोग मिट्टी परीक्षण रिपोर्ट के अनुसार करना चाहिए, ताकि फसल को पोषक तत्वों की सही मात्रा मिले।

सिंचाई के लिए सप्ताह में दो से तीन बार पानी देना पर्याप्त है। ध्यान रहे कि फूल आने के समय पानी की मात्रा कम कर दें, क्योंकि जरूरत से ज्यादा सिंचाई प्याज को सड़ा सकती है। प्याज की देखभाल (Onion Farming Tips) करते समय खेत में जलभराव न होने दें।

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सही प्रबंधन से दुगुना मुनाफा

विशेषज्ञों का कहना है कि प्याज की सही समय पर बुवाई, उन्नत बीजों का चयन और सिंचाई प्रबंधन से किसान अपनी आमदनी को दोगुना (Onion Farming Tips) कर सकते हैं। कई किसान अब वैज्ञानिक तकनीक (Onion Farming Tips) अपनाकर प्रति एकड़ 200 से 250 क्विंटल तक प्याज का उत्पादन कर रहे हैं। यह खेती न केवल लाभदायक साबित हो रही है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती दे रही है।

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