Thursday, November 21, 2024
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Dharamjaigarh Vidhansabha : धरमजयगढ़ सीट राठिया परिवार के इर्द-गिर्द सिमटी, बीजेपी नए चेहरे पर लगा सकती है दांव

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की धरमजयगढ़ विधानसभा (Dharamjaigarh Vidhansabha) सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यहां की राजनीति राठिया परिवारों को इर्द-गिर्द ही घूमती रही है। मौजूदा समय में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। यहां से लालजीत सिंह राठिया विधायक हैं।

2003 से लेकर 2018 तक चार चुनावों में दो बार बीजेपी और इतने ही बार कांग्रेस यह सीट जीत चुकी है। 2003 और 2008 में बीजेपी लगातार यहां से जीती। वहीं कांग्रेस 2013 और 2018 में यहां से जीत हासिल कर चुकी है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां जातिगत समीकरण को देखते हुए राठिया परिवार भी भरोसा जताते रहे हैं।

दो नेताओं के निधन से भाजपा कमजोर : रायगढ़ भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा और पूर्व विधायक ओम प्रकाश राठिया के निधन से भाजपा धरमजयगढ़ (Dharamjaigarh Vidhansabha) में कमजोर नजर आ रही है। दोनों दिवंगत नेता पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय के करीबी माने जाते थे। दोनों ही नेताओं का प्रभाव इस क्षेत्र में था। इसलिए यहां से अब तक कोई बड़ा नाम सामने नहीं आया।

तीन-तीन जिपं सदस्य कर रहे दावेदारी : धरमजयगढ़ विधानसभा (Dharamjaigarh Vidhansabha) से इस बार तीन-तीन जिला पंचायत सदस्य विधायकी के लिए दावेदारी कर रहे हैं। इनमें जिला पंचायत सदस्य संतोष राठिया और रजनी राठिया और हरिश्चंरद्र राठिया खुद को भावी उम्मीदवार मानकर चल रहे हैं।

हालांकि इनमें सबसे मजबूत दावेदार जिपं सदस्य हरिश्चंद्र राठिया हैं। हरिश्चंद्र राठिया ऐसे शख्स हैं जिनके नाम पर गुटीय संघर्ष पर विराम लग जाएगा। शांत शालीन व सौम्य व्यवहार के धनी हरिश्चंद्र के नाम पर स्व. ओमप्रकाश राठिया परिवार को भी कोई आपत्ति नहीं होने की खबर है।

लालजीत का कांग्रेस के पास विकल्प नहीं : वर्तमान विधायक (Dharamjaigarh Vidhansabha) लालजीत सिंह राठिया 2013 और 2018 में लगातार दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं। अब उनकी नजर जीत की हैट्रिक पर है। कांग्रेस के पास लालजीत सिंह राठिया का विकल्प नहीं है। कांग्रेस ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए रायगढ़ लोकसभा से लालजीत सिंह को सांसद प्रत्याशी भी बनाया था। हालांकि वे बीजेपी के गोमती साय से चुनाव हार गए। लालजीत सिंह राठिया लगातार दो बार विस चुनाव जीतने के कारण संभवत: पार्टी टिकट भी नहीं काटेगी।

हाथी एक बड़ी समस्या : धरमजयगढ़ एक वन बाहुल्य क्षेत्र है साथ ही हाथियों का कॉरीडोर भी माना जाता है। यहां वन्य जीवों की तस्करी से लेकर हाथियों के खौफ के मामले सालभर सामने आते रहते हैं। इसके अलावा रोजगार, बिजली, पानी व सड़कें भी प्रमुख समस्याओं में से एक है।

रोजगार के अभाव में लोग मानव तस्करी के शिकार होते हैं। यह स्थिति कापू क्षेत्र से अक्सर सामने आता है। यहां के ग्रामीणों को बहला-फुसला कर काम के लिए बाहर भेजा जाता है। इसके अलावा यहां कई गांवों में न तो बिजली की सुविधा है और ना ही पीने के पानी की सुविधा मिल सकी है। आज भी यहां के लोग गांव के नीचे बहने वाले नाला का पानी पीते हैं।

धरमजयगढ़ अब तक विधानसभा चुनाव परिणाम
2018 विधानसभा चुनाव
लालजीत सिंह राठिया कांग्रेस 95,173 56 प्रतिशत
लिवन राठिया भाजपा 54,838 32 प्रतिशत
2013
लालजीत सिंह राठिया कांग्रेस 79,276 52 प्रतिशत
ओम प्रकाश राठिया भाजपा 59,288 39 प्रतिशत
2008
ओम प्रकाश राठिया भाजपा 52,435 40 प्रतिशत
चनेश राम राठिया क कांग्रेस 49,068 37 प्रतिशत
2003
डा. शेकजीत नायक कांग्रेस 39,962 38 प्रतिशत
विराजेश्वर प्रधान बीजेपी 21,669 21 प्रतिशत

मतदाताओं पर एक नजर
कुल मतदाता
1,97,259
पुरूष मतदाता
1,00,258
महिला मतदाता
96,998