Sachin Pilot : राजस्थान का किला फतह करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई थी। जिसमें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) भी बैठक में शामिल हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, नाराज चल रहे सचिन पायटल को मानने के लिए कांग्रेस आलाकमान कोई अहम जिम्मेदारी दे सकता है।
इस मीटिंग में (Sachin Pilot) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल समेत कई नेता मौजूद थे। इसके अलावा इस बैठक में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत वर्चुअली जुड़े हुए थे। पैर में चोट लगने की वजह से सीएम गहलोत दिल्ली की बैठक में मौजूद नहीं हो पाए।
जानकारी मिली थी कि, कांग्रेस की महाबैठक के बाद राहुल गांधी मीडिया से मुखातिब होंगे लेकिन कुछ ही देर बाद खबर आई थी कि वो आज शुक्रवार को प्रेसवार्ता करेंगे। जिसमें राजस्थान विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट (Sachin Pilot) की भूमिका पर जानकारी दे सकते हैं।
पिछले चार सालों से सचिन पायलट (Sachin Pilot) और सीएम अशोक गहलोत में रार छिड़ा हुआ है। जिसे शांत करने के लिए पार्टी आलाकमान हमेशा आगे आता रहा है लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ कई बार मोर्चा खोल चुके हैं। पेपर लीक मामला से लेकर भ्रष्टाचार पर कार्रवाई न करने को लेकर गहलोत सरकार पर बरसते रहे हैं। जिसकी वजह से हाईकमान को कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
सचिन को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी : इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको देख कांग्रेस पार्टी ने यह अहम बैठक बुलाई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान सचिन और अशोक गहलोत के विवाद के चलते राजस्थान का किला हराना नहीं चाहता है। इसी को देखते हुए यह मीटिंग रखी गई थी जो अब खत्म हो चुकी है। सचिन पायलट को अहम जिम्मेदारी देकर पार्टी राज्य में कांग्रेस को मजबूत स्थिति में खड़ा करना चाहती है। जानकारी के मुताबिक, पायलट को राजस्थान कांग्रेस का चीफ बनाया जा सकता है ताकि जाट वोटरों को अपने पाले में आसानी से लाया जा सके।
नेताओं को जमीनी स्तर पर काम करना होगा : राजस्थान कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने अपने बैठक में एक सुर में कहा कि, अगर पार्टी को जीत हासिल करनी है तो सबसे पहले नेताओं को जमीनी स्तर पर काम करना होगा। बैठक में मौजूद केसी वेणुगोपल ने कहा कि, कांग्रेस को एक रणनीति के तहत चुनाव में उतरना होगा ताकि ट्रेंड को बदला जा सके। राजस्थान में पिछले कई चुनावों से ट्रेंड सत्ता परिवर्तन का चला आ रहा है। जिसको कांग्रेस पार्टी ने बदलने का प्लान बनाया है। इसके अलावा बैठक में मौजूद मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि, अगर जीत हासिल करनी है तो सबसे पहले आपसी कड़वाहट को भूलाना होगा तभी सत्ता में आने का रास्ता साफ होगा नहीं तो विरोधी पार्टी को सीधे तौर पर फ ायदा होगा।