CG Rin Pustika News : छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसान किताब (Rin Pustika ) का नाम बदलेगा। किसान किताब को छत्तीसगढ़ में ऋण पुस्तिका या भू अधिकार के नाम से भी जाना व दस्तावेजों में लिखा पढ़ा जाता है। अब सरकार नए नाम की तलाश में है। इसके लिए प्रदेशवासियों से सुझाव मांगें जा रहे। अच्छे नाम का सुझाव देने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके लिए 1 लाख रुपए का नकद ईनाम दिया जाएगा।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 15 मई 2023 को जिला बलौदा बाजार भाटापारा के विधानसभा क्षेत्र ग्राम कड़ार में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिका या किसान किताब (Rin Pustika ) की कृषक के जीवन में महत्ता को दृष्टिगत रखते हुये इसे एक नया सम्मान जनक नाम देने का आव्हान आम जनता से किया गया है और इसके नामकरण के लिए आम जनता से प्रस्ताव आमंत्रित करने एवं प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को रूपये एक लाख का पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी है। शब्द बहुत जादुई होते हैं और लोगों की भावनाओं से जुड़े रहते हैं। ये उनके स्वाभिमान से भी जुड़े रहते हैं।
एक ऑनलाइन वेबपोर्टल बनाया
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप नामकरण को अंतिम रूप देने के लिए प्रतिभागियों से सुझाव आमंत्रित किये जाने हेतु विभाग द्वारा एक ऑनलाईन वेब पोर्टल तैयार किया गया हैं जिसका लिंक https://revenue.cg.nic.in/rinpustika है। इस पर प्रत्येक प्रतिभागी अपने मोबाईल नंबर को रजिस्टर कर अपनी एक प्रविष्टि 30 जून 2023 तक अपलोड कर सकते है।
दर्ज होता है जमीन का मालिकाना हक
राजस्व विभाग भू अधिकार और ऋण पुस्तिका में किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक एवं भूमि की प्रमाणित जानकारी दर्ज कर देता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऋ ण पुस्तिका किसानों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही जमीन संबंधी सारे कार्य होते हैं। ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही किसानों को केसीसी ऋण, किसी व्यक्ति की जमानत, जमीन संबंधी अन्य ऋण आदि कार्य ऋण पुस्तिका के माध्यम से ही होती है। भू अधिकार और ऋ ण पुस्तिका किसानों को उनकी भूमि का स्वामी होने का प्रूफ है।