New Parliament Building : संसद के नए भवन के इनॉग्रेशन (New Parliament Building ) पर विवाद थम नहीं रहा है। कुल 40 पार्टियों में से कांग्रेस समेत 20 विपक्षी पार्टियों ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया है। उधर, भाजपा समेत 17 पार्टियों ने सरकार के न्योते को स्वीकार किया है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रपति से नई संसद का उद्घाटन कराने का निर्देश देने वाली याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि लोकसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को उद्घाटन (New Parliament Building ) के लिए आमंत्रित नहीं करके संविधान का उल्लंघन किया है। विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार कर प्रधानमंत्री से इसका इनॉग्रेशन कराने का निर्णय न केवल गंभीर अपमान है, बल्कि यह लोकतंत्र पर भी सीधा हमला है। बुधवार को विपक्षी दलों के संयुक्त बयान में कहा गया कि इस सरकार में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है। ऐसे में नए भवन का कोई मतलब नहीं है। विपक्षी पार्टियों के सामूहिक बहिष्कार को लेकर भाजपा भी आक्रामक है।
गुरूवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह असम पहुंचे। गुवाहाटी के खानापार वेटरनरी कॉलेज के ग्रांउड में आयोजित कार्यक्रम को शाह ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल कह रहे हैं कि राष्ट्रपति नए संसद (New Parliament Building ) का उद्घाटन करें। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा का भूमि पूजन सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। उस समय छत्तीसगढ़ की राज्यपाल कहां थीं। वे भी आदिवासी हैं। आपने उन्हें नहीं बुलाया था। बता दें कि अगस्त 2020 में नवा रायपुर में नए विधानसभा भवन का भूमिपूजन हुआ था। तब सोनिया गांधी व राहुल गांधी बतौर मुख्य अतिथि वीसी के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े थे।
इससे पहले, शाह ने कामरूप जिले के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की वर्चुअली नींव रखी। साथ ही यूनिवर्सिटी के अस्थायी कैंपस की शुरुआत की। यह कैंपस गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में होगा।