सरिया। छत्तीसगढ़ के नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलातंर्गत स्वामी शिवानंद विद्यापीठ एवं गौ सेवा आश्रम भीखमपुरा (सरिया) के संस्थापक सदस्यों में से एक तथा समिति के प्रथम उपाध्यक्ष रहे स्व.रामप्रसाद पटेल (गौंटिया जी) का विगत दिनों करूणांत हो गया था।
गौरतलब है कि स्वामी शिवानंद विद्यापीठ एवं गौ सेवा आश्रम स्थापना में स्व.रामप्रसाद पटेल का बहुत बड़ा योगदान रहा और उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय आश्रम में ही गौ माता की सेवा में लगा दिया था। ऐसे कर्मठ एवं गौ भक्त स्व.पटेल के निधन के पश्चात स्वामी शिवानंद गौसेवा एवं शिक्षण समिति ने बारहवें दिन बुधवार को अखण्ड रामायण का पाठ कराया और तेरहवें दिन गुरुवार को पूर्णाहुति, ब्राम्हण भोज व भण्डारा करके तेरहवीं रस्म के साथ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। मौके पर मौजूद स्वामी रामप्रिय दास जी महाराज, समिति के व्यवस्थापक जगन्नाथ पाणिग्राही, सचिव जयरतन पटेल, कोषाध्यक्ष सोमप्रकाश पाणिग्राही, सदस्य चूड़ामणि पटेल, राधामोहन पाणिग्राही, त्रिलोकचंद गोयल, परदेशी प्रधान, बंशीधर पटेल,चन्द्रकला पटेल, विदेशलाल साहू, दुष्यंत पाणिग्राही, सुधांशु शेखर पाणिग्राही, दुर्गेश्वरी चौधरी, तेजमती पटेल, सुशीला सिदार, विलासिनी पटेल, नीलावती पटेल, बसंती चौधरी,गजिन्दर पटेल, भास्कर पाणिग्राही, चम्पा निषाद, अजय साहू, गुपत दास, युधिष्ठिर निषाद, मुकेश पुरोहित, मनीष पाणिग्राही सहित अन्य समाजसेवी व गणमान्य जनों ने उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए स्वामी शिवानंद विद्यापीठ एवं गौ सेवा आश्रम परिवार की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और परमपिता परमेश्वर से कामना किया कि दिवंगत पुण्यात्मा को सद्गति प्रदान करते हुए अपने श्रीचरणों में स्थान दें ।
उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता : स्वामी शिवानंद विद्यापीठ एवं गौ सेवा आश्रम भीखमपुरा के महंत महामंडलेश्वर स्वामी रामप्रिय दास जी महाराज ने कहा कि स्व.रामप्रसाद पटेल जी तन-मन -धन से आश्रम के लिए समर्पित थे। वे निरंतर अपनी सेवा आश्रम को देते रहते थे। निश्चित रूप से आश्रम के प्रति उनकी अथक प्रयास एवं योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वहीं स्वामी शिवानंद गौ सेवा एवं शिक्षण समिति के व्यवस्थापक जगन्नाथ पाणिग्राही ने रामप्रसाद जी के निधन को संस्था के लिए तथा आध्यात्मिक आयोजनों के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि गौंटिया जी ने इस आश्रम गौशाला के लिए अनगिनत अविस्मरणीय काम किया है।