Friday, November 8, 2024
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रायपुर में ‘बाड़ेबंदी’ खत्म, झारखंड में शुरू, छग से लौटे झारखंड के विधायक

रायपुर/रांची/। झारखंड में सत्ताधारी महागठबंधन के विधायकों की रायपुर में बाड़ेबंदीÓ रविवार को खत्म हो गई। सभी विधायक विशेष विमान से रांची के लिए उड़ान भरी। रांची एयरपोर्ट पर विधायकों को रिसीव करने के लिए सरकार के दो मंत्री सत्यानंद भोक्ता और मिथिलेश ठाकुर पहुंचे। विधायकों को एयरपोर्ट से लाने के लिए तीन बसें भी पहुंची थी। रांची में भी सभी विधायकों को बाड़ेबंदी में ही रखा जाएगा। इसके लिए स्टेट गेस्ट हाउस और स्टेट सर्किट हाउस में बुकिंग की गई है। वहीं आज सभी विधायक विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होंगे। बता दें कि झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन के 32 विधायक 30 अगस्त की शाम रायपुर पहुंचे थे। उन्हें नवा रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में तगड़ी सुरक्षा के बीच ठहराया गया। मीडिया से बातचीत में विधायकों का कहना था, उनको खरीद-फ रोख्त और दबाव आदि की आशंका है। इसकी वजह से वे यहां एक साथ रह रहे हैं। एक अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। उसमें शामिल होने के लिए मंत्री रांची भी गए।

 

कल पेश होगा विश्वास मत का प्रस्ताव : झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफि स ऑफ प्रॉफिट मामले में फैसले को लेकर असमंजस्यता के बीच कल  विधानसभा के विस्तारित मॉनसून सत्र की एकदिवसीय बैठक बुलायी गयी है। विस अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने आज बताया कि सदन के नेता की ओर से उन्हें यह सूचित किया गया है कि राज्य मंत्रिमंडल सदन में विश्वास मत हासिल करना चाहती है। उन्होंने बताया कि यह विशेष सत्र नहीं है, बल्कि 29 जुलाई से 5 अगस्त तक आहूत मॉनसून सत्र के दौरान एक दिन पहले ही सभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी थी। इसलिए यह मॉनसून सत्र की विस्तारित बैठक ही है। उन्होंने बताया कि किन लोगों की वजह से यह भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है कि हेमंत सोरेन सरकार संकट में है, यह सभी को पता है। यही कारण है कि सरकार ने सदन में बहुमत प्रस्ताव पेश कर यह संदेश देना चाहती है कि बहुमत किसके साथ हैं।

 

 

तीनों कांग्रेसी विधायकों को नोटिस : कैश कांड के साथ दल-बदल मामले में फं से कांग्रेस के तीनों विधायकों डॉ. इरफ ान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को स्पीकर न्यायाधिकरण ने नोटिस जारी किया है। इसे विशेष दूत से कोलकाता भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि दल-बदल मामले में अब पांच सितंबर की जगह सात सितंबर को वर्चुअल सुनवाई होगी। अगर वे सुनवाई में शामिल नहीं हुए तो उनके खिलाफ एकतरफा फैसला दिया जा सकता है। गौरतलब है कि एक सितंबर को पहली सुनवाई में इन तीनों ने हिस्सा नहीं लिया था।

 

मैं कौन होता हूं बचाने वाला : छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल रविवार सुबह दिल्ली में आयोजित हल्ला बोल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हुए। इस दौरान एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि रायपुर में झारखंड यूपीए के विधायकों के होने को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि मैं बचाने वाला कौन होता हूं? वे खुद आए हैं, वे हमारे मेहमान हैं। वे मेरे राज्य में मेहमान हैं इसलिए स्वागत किया।