Fir Demand Against Aniruddhacharya : प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य (AniruddhaCharya) द्वारा ’14 साल की लड़कियों की शादी करा देनी चाहिए’ जैसे आपत्तिजनक बयान के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कथन ने न सिर्फ महिलाओं को आहत किया है, बल्कि अब न्यायिक समुदाय भी खुलकर विरोध में आ गया है।
जिला मुख्यालय पर बार एसोसिएशन के बैनर तले बड़ी संख्या में अधिवक्ता, विशेषकर महिला वकीलों ने विरोध दर्ज कराया और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य (AniruddhaCharya)का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने बयान को नारी सम्मान और संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन बताया। बार एसोसिएशन के सचिव शिवकुमार लवानिया ने कहा कि इस मामले में धारा 156(3) के तहत कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी ताकि कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके।
हिंदू संगठनों ने भी खोला मोर्चा (AniruddhaCharya)
साथ ही हिंदू संगठनों ने भी इस बयान पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और कई महिला कार्यकर्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य को सार्वजनिक रूप से चेतावनी देते हुए उनके खिलाफ आक्रोश जताया। समाजसेवी ताराचंद गोस्वामी ने भी उनका पुतला जलाया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। ब्रज क्षेत्र के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है।
महिलाओं में इस बयान को लेकर जबरदस्त असंतोष है। वे इसे सामाजिक मूल्यों और मर्यादाओं पर सीधा हमला मान रही हैं। सोशल मीडिया पर भी कथावाचक के बयान की व्यापक आलोचना हो रही है। हालांकि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन बढ़ते जन आक्रोश के चलते दबाव स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है। यह विवाद अब सामाजिक और न्यायिक संघर्ष का रूप ले चुका है।