गजानंद निषाद, Baramkela News : लोक निर्माण विभाग (PWD) सेतु निर्माण संभाग रायगढ़ के अंतर्गत आने वाले बरमकेला विकासखंड के (Kotra Kosamdeeh Road) कोतरा-कोसमडीह पहुंच मार्ग की हालत महज दो साल में ही दयनीय हो गई है। वर्ष 2022-23 में लगभग 717.34 लाख रुपये की लागत से इस मार्ग के 2/6 किलोमीटर हिस्से में किंकारी नाला पर पुल व सड़क निर्माण कराया गया था। लेकिन आज की स्थिति ये है कि डामरीकृत सड़क में जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं और ऊपरी परतें उखड़ने लगी हैं, जिससे आवागमन में ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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ग्रामीणों के मुताबिक, सड़क निर्माण (Kotra Kosamdeeh Road) के बाद ही डामर में दरारें नजर आने लगी थीं। जब इस पर सवाल उठे तो निर्माण एजेंसी ने दोबारा डामर डालकर मरम्मत करने का प्रयास किया। लेकिन यह मरम्मत भी महज “लीपापोती” साबित हुई। वर्तमान में कोतरा से लेकर किंकारी नाला तक तीन से चार स्थानों पर मुख्य सड़क के बीचोबीच दरारें साफ दिख रही हैं, वहीं सड़क किनारों पर भी अलग से दरारें पड़ चुकी हैं।
सबसे चिंताजनक स्थिति किंकारी नाला को पार कर कोसमडीह की ओर जाने वाले हिस्से की है, जहां सड़क दो स्थानों पर दबकर बैठ गई है। ग्रामीणों ने बताया कि दो बार डामर चढ़ाए जाने के बावजूद आवागमन में परेशानी बरकरार है।
पुल निर्माण में भी गड़बड़ी उजागर (Kotra Kosamdeeh Road)
कोतरा और कोसमडीह गांव के बीच बहने वाले किंकारी नाला पर भी इसी निर्माण एजेंसी ने पुल बनाया था। उद्घाटन से पहले ही पुल के कोतरा की ओर चार जगहों पर दीवारों में दरारें आ गईं, वहीं कोसमडीह की ओर किए गए पेचिंग कार्य में ऊबड़-खाबड़ सतह साफ नजर आ रही है। दोनों छोरों पर जोड़ों का समतल न होना, निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
विधायक ने उठाई जांच की मांग (Kotra Kosamdeeh Road)
इस पूरे मामले से नाराज सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए PWD रायपुर के सचिव को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। विधायक का कहना है कि सड़क के दोनों ओर धंसाव, दरारें और असमय फटना यह दर्शाता है कि निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई है। पुल निर्माण में भी वही गड़बड़ी सामने आई है, इसके बावजूद अब तक किसी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं होना चिंता का विषय है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
“दो साल पहले बना डामर सड़क में जगह जगह पर दरारें आ गई हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों व ठेकेदार ने मानक गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए समय से पहले ही सड़क खराब हो गई है।”
– अक्षय सिदार, ग्रामीण, कोतरा
“दोनों गांव के बीच किंकारी नाला पर पुल निर्माण किया गया है। इस नये पुल के नीचे मरम्मत कराकर उद्घाटन कराया गया। पेचिंग और दीवार में दरारें पहले से मौजूद थीं।”
– सेतकुमार यादव, ग्रामीण, कोसमडीह