जशपुर। पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने और उधारी के नाम पर लोगों से रुपए वसूल कर धमकाने की शिकायत पर एसपी ने दो आरक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का है। इस संबंध में पत्थलगांव तहसील के ग्राम बेलडेगी निवासी हेमंत पैंकरा ने एसपी से शिकायत की थी। जानकारी के मुताबिक 2017-18 में आरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के दौरान आरक्षक दिलीप भगत और ताराचंद्र मिरेन्द्र ने नौकरी लगवाने का विश्वास दिलाते हुए 3 लाख रुपए ले लिए थे। आरक्षकों ने उसका विश्वास हासिल करने के लिए और नौकरी ना मिलने पर, रकम वापसी के लिए दो चेक भी दिया था। लेकिन भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी हेमंत को पुलिस विभाग में नौकरी नहीं मिल पाई। इस पर जब उसने आरक्षकों से रकम वापस मांगा तो उन्होंने टालमटोल करना शुरू कर दिया।
तकरीबन 3 साल तक अपने रुपए वापस पाने के लिए भटकने के बाद, हेमंत पैंकरा ने जमा पूंजी वापस पाने की उम्मीद में एसपी से शिकायत करते हुए गुहार लगाई थी। दूसरे मामले में तपकरा में तैनात आरक्षक दीपक बंजारे ने एसपी से शिकायत में बताया है कि दुलदुला थाना में पदस्थ आरक्षक दिगंबर भगत ने उधारी के नाम पर उससे डेढ़ लाख रुपए लिए थे। लेकिन अब उसे लौटा नहीं रहा है। आरक्षक दिगंबर भगत पर फरसाबहार के निवासी मनोज गुप्ता ने भी रुपए लेने का आरोप लगाते हुए एसपी से शिकायत की थी। इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए एसपी विजय अग्रवाल ने मामले की जांच के बाद दुलदुला में पदस्थ आरक्षक दिगंबर भगत, सिटी कोतवाली में पदस्थ आरक्षक ताराचंद्र मिरेन्द्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।