लंदन. एशेज सीरीज के मुकाबले दिसंबर-जनवरी में होने हैं. लेकिन सीरीज को लेकर इंग्लिश खिलाड़ी अभी से परेशान हैं. कोरोना के कारण पहले ही खिलाड़ी बायो-बबल के कारण दिक्कत का सामना कर रहे हैं. एशेज के मुकाबले इस बार ऑस्ट्रेलिया में होने हैं. इंग्लिश टीम अक्टूबर-नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप के बाद सीधे ऑस्ट्रेलिया जाएगी. पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट 8 दिसंबर से गाबा के मैदान पर खेला जाना है. टेलीग्राफ की खबर के अनुसार, इंग्लिश टीम के सीनियर खिलाड़ी चाहते हैं कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को प्रोटोकॉल को लेकर चेतावनी दे. यदि खिलाड़ियों को दौरे पर परिवार को ले जाने की इजाजत नहीं मिलती है, तो वे सीरीज नहीं खेलेंगे. ईसीबी भी इस मामले में खिलाड़ियों के साथ है. सीए अगले हफ्ते ईसीबी को प्रोटोकॉल को लेकर जानकारी दे सकता है. इंग्लिश खिलाड़ी इसलिए भी यह सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी अभी इंग्लैंड में परिवार के साथ ही हैं.
अभी कुछ नहीं कहा जा सकता : प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं. लेकिन उनका कहना है कि नियम में बदलाव की जरूरत है.अगर मौजूदा नियम जारी रहते हैं तो इंग्लैंड के खिलाड़ी लगभग 50 साल बाद बिना परिवार के ऑस्ट्रेलिया जाएंगे. इससे पहले 1960 में ऐसा हुआ था. हालांकि टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर परिवार को ले जाने की इजाजत दी गई थी.
फरवरी तक परिवार से दूर रहेंगे : इंग्लिश खिलाड़ियों को चिंता इसलिए भी सता रही है, क्योंकि वे अभी भारत के खिलाफ 4 अगस्त से शुरू होने वाली 5 मैचों की सीरीज के लिए बायो बबल में हैं. इसके बाद टीम को सितंबर में बांग्लादेश का दौरा करना है. वहां टीम को वनडे और टी20 के मुकाबले खेलने हैं. फिर पाकिस्तान से टी20 खेलना है. इसके बाद टीम अक्टूबर-नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले यूएई में खेलेगी. यहीं से खिलाड़ी क्वारंटाइन के लिए ऑस्ट्रेलिय रवाना होंगे. एशेज सीरीज 18 जनवरी को खत्म हो रही है. इसके तुरंत बाद टीम को वेस्टइंडीज में लिमिटेड ओवर और टेस्ट सीरीज खेलनी है. यानी फरवरी तक खिलाड़ी परिवार से दूर रहेंगे.