बरमकेला। उजास, उमंग व उल्लास का महापर्व दीपावली गुरुवार को अंचल में धूमधाम से मनाया गया. अमावस्या व चित्रा नक्षत्र के चतुर्गही योग से दीपोत्सव मनाने के साथ अंतिम दो दिन भी त्योहार मनाने का क्रम चलता रहा ऐसे में ग्रामीणों ने मंहगाई की परवाह किये बगैर जमकर पर्व का आनंद लिए. दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में धन की देवी महालक्ष्मी, भगवान गणेश व कुबेर जी महाराज की पूजा अर्चना कर घर- परिवार और कारोबार में सुख समृद्धि की कामना की गई. इस दौरान लाई, बताशा, पेठा, बूंदी, केला व नारियल का प्रसाद वितरण के साथ आकर्षक बिजली साज -सज्जा के साथ रंगोली सजाकर घर – आंगन में मिट्टी के दीए में घी के दीपक जलाए. इसके बाद पटाखे फोड़ने का दौर शुरू हुआ जिसमें बच्चे व युवा पटाखे फोड़ने में लगे रहे. पटाखा फोड़ने का उत्साह देर रात तक चलता रहा और 12 बजे भी पटाखे की गूंज सुनाई देती रही.
गोवर्धन पूजा के साथ गौठान दिवस मना : दीप पर्व के दूसरे दिन घर – घर में गोबर से भगवान गोवर्धन की आकृति बनाकर धान के नये बाली खोंचकर सिलायारी, कासी व गेंदा फूल से सजाकर सुबह व शाम दोनों समय पूजा की गई. वही ग्राम पंचायत साल्हेओना, छेवारीपाली व गोबरसिंहा के गौठान में भी साफ सफाई की गई थी और गौठान दिवस के रूप में गाय व बैलों की आरती उतार कर आटे की लोदी खिलाया गया. इस दौरान सरपंच हरिशंकर सिदार, गायत्री पटेल, गीता देवी पटेल, मनोज रात्रे, किशोर पटेल, कृषि सभापति सरस्वती चौधरी, युवराज चौधरी, सभापति उज्जवल मिरी, रामगोपाल पटेल व महिला स्व सहायता समूह के महिलाओं की उपस्थिति रही.
शनिवार को भाई दूज की उत्साह : भाई दूज के मौके पर बहनों ने अपने भाईयों की आरती उतारी और उनके दीर्घायु होने की कामना की. मान्यता है कि बहनों द्वारा भाईयों को कभी जाने अनजाने में दिया गया श्राप खत्म हो जाता है. भाईयों के द्वारा बहनों को उपहार भी मिले.