रायपुर। दक्षिण पश्चिम मानसून राजधानी रायपुर सहित छत्तीसगढ़ से विदा हो गया है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने इसकी अधिकारिक घोषणा कर दी है। मानसून की विदाई के बाद अब ठंड अपना असर दिखाएगी। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट देखी जाएगी। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचपी चंद्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ से शुक्रवार को दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई पूरे प्रदेश से हो गया है। प्रदेश में उत्तर से शुष्क और ठंडी हवा के आने के कारण से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट रहने की संभावना है। प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर और अवदाब के रुप में 22 अक्टूबर को परिवर्तित होने की संभावना है। इसके और अधिक प्रबल होकर तथा उत्तर-उत्तर-पूर्व की मुड़ते हुए 23 अक्टूबर को गहरा अवदाब के रुप में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके बाद मुड़ते हुए पूर्व-मध्य उससे लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर 23 अक्टूबर को पहुंचने की संभावना है तथा यहां पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 24 अक्टूबर को चक्रवात के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके बाद इसके उत्तर- उत्तर-पूर्व की ओर आगे बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के पास 25 अक्टूबर को उड़ीसा तट को स्पर्श करते हुए पहुंचने की संभावना है। इस चक्रवात का नाम सितरंग (थाइलैंड द्वारा घोषित नाम) रहेगा। इसका प्रभाव प्रदेश में प्रारंभिक अनुमान के अनुसार ज्यादा कुछ नहीं रहने की सम्भावना है । इसके कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में 24-26 अक्तूबर तक बादल रहने तथा न्युनतम तापमान में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है।