बरमकेला। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बरमकेला बीईओ ऑफिस में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर की गई शिकायत पर जिला स्तर पर गठित टीम जांच के लिए आज पहुंची थी। तीन सदस्यीय जांच टीम के समक्ष शिक्षक संगठन से जुड़े 8-10 शिक्षक ने बंद लिफाफे में बयान दिए हंै और बीईओ समेत बाबूओं के काले कारनामे खोले। राज्य की लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक के नाम पर पिछले दिनों गुमनाम व्यक्ति द्वारा बीईओ कार्यालय बरमकेला के बारे में गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी और बीईओ एसएन भगत, लिपिक मनोहर गुरु व रामसिंह निषाद के अलावा दो चपरासी रामेश्वर व हरिशंकर के नाम उल्लेख कर जांच कर उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। शिकायत में आरोप लगाया है कि बड़े बाबू मनोहर गुरु 10 वर्षों से इस बीईओ कार्यालय में पदस्थ हैं। इनके द्वारा शिक्षकों से रिश्वत वसूली करने के साथ ही आपसी मतभेद कराने का आरोप है। बीईओ एसएन भगत के साथ मिलकर पैसा लेकर विभागीय कार्यो को पेंडिंग रखकर घुमाने का भी आरोप है। जहां भी पदस्थ रहे वहां पर भ्रष्टाचार की गई। शिकायतकर्ता के मुताबिक अन्यत्र स्कूल के दो चपरासी को बीईओ कार्यालय में जबरन अटैच करके रखा है और उनके जरिए पैसा वसूली की जाती है। कार्यालय को शराब खोरी का अड्डा बना दिया गया है। यहां तक कि नई नवेली पदस्थ महिला कर्मचारी के संदर्भ में भी इनके व्यवहार पर टिप्पणी की गई है और जांच करने की मांग पर तीन सदस्यीय जांच टीम पहुंची थी। जांच टीम ने सारे बिंदु पर जांच की और शिक्षक संगठन से जुड़े 8-10 लोगों ने बकायदा अपना बयान भी दर्ज कराए। बताया जाता है कि जब से एसएन भगत की पदस्थापना हुई है तब से यहां सब कुछ गड़बड़ चल रहा है और खेलगढिय़ा योजना से लेकर तमाम कार्यो में भ्रष्टाचार शिकायत आती रही है और शिकायत भी की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। ऐसे में सीधे राज्य स्तर पर शिकायत की गई थी। जिसका असर अब दिखने लगा है।
अंगद की पांव की तरह जमे है बाबू : पिछले 28 वर्षों से बीईओ आफिस बरमकेला में लिपिक पद पर रामसिंह निषाद जमे हुए हैं। इनके अडिय़ल रवैये से सभी त्रस्त है और शिक्षकों से हमेशा वसूली करना और फर्जी बिल लगाने की शिकायत की गई है। जांच टीम भी उनके विरूद्ध भी तथ्य जुटाए है।
शिकायतकर्ता नहीं आया सामने : जिस शिकायत पत्र के आधार पर जांच के लिए अधिकारियों की टीम पहुंची थी उनके समक्ष वह व्यक्ति सामने नहीं आया। जांच अधिकारियों का कहना है कि शिकायत में नाम पता ही नहीं लिखा है और हस्ताक्षर भी ऊटपटांग है। ऐसे में जांच करने में काफी दिक्कतें हुई। इसके बाद भी बीईओ व अन्य के बारे में जांच किया गया है।
बीईओ कार्यालय बरमकेला के बारे में दो लिपिक व बीईओ भगत के खिलाफ मिली शिकायत की जांच की गई है. जिसका निष्कर्ष नहीं निकला है. अध्ययन के पश्चात जांच प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा.
दिनेश पटेल जांच अधिकारी।