खेल डेस्क। टी विश्व कप में जिम्बाब्वे ने पाकिस्तान को हरा दिया. इस मैच में पाकिस्तान को जीत के लिए 131 रनों की दरकार थी, लेकिन पाकिस्तानी टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर महज 129 रन बना सकी. पाकिस्तान पर जिम्बाब्वे की इस जीत के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर लालचंद राजपूत काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. दरअसल, पूर्व क्रिकेटर और पूर्व कोच लालचंद राजपूत जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच व मौजूदा टेक्निकल डायरेक्टर हैं. इससे पहले वह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कोच रह चुके हैं.
जिम्बाब्वे की जीत में भारतीय कनेक्शन! दरअसल, पिछले कुछ समय में जिम्बाब्वे ने इंटरनेशनल लेवल पर शानदार प्रदर्शन किया है. अब लालचंद राजपूत जिम्बाब्वे के इस प्रदर्शन पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि वह वह जिम्बाब्वे के साथ पिछले तीन से चार साल से काम कर रहे हैं. अब यह टीम बेहतर हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि जब वह साल 2018 में इस टीम से जुड़े थे, उस वक्त यह टीम ज्यादा अच्छी नहीं थी, लेकिन अब वक्त के साथ बेहतर हो गई है. लालचंद राजपूत आगे कहते हैं कि जब मैं टीम का कोच नियुक्त हुआ था तो टीम 2019 वनडे वर्ल्ड कप में ही जगह नहीं बना पाई थी, मेरा लक्ष्य यही था कि पहले हम क्वालीफाई करने पर ध्यान देंगे. कोरोना काल में भी हमने अपना काम जारी रखा.
‘भारतीय टीम के साथ काम करने का अनुभव काम आया’ : गौरतलब है कि साल 2007 में भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप जीती थी, लालचंद राजपूत बतौर कोच उस टीम के हिस्सा थे. लालचंद राजपूत कहते हैं कि भारतीय टीम के साथ उस वक्त काम करने का अनुभव काफी काम आया है. हमने टीम के खिलाड़ियों को उसी तरह से तैयार किया, लेकिन मैदान पर खिलाड़ियों को अपना सौ फीसदी देना जरूरी होता है. हम लोग टीम को मानसिक तौर पर बेहतर बना सकते हैं और विपक्षी टीम के खिलाफ प्लानिंग बना सकते हैं, जिससे टीम को मदद मिलती है. गौरतलब है कि गुरूवार को बेहद रोमांचक मैच में जिम्बाब्वे ने पाकिस्तान को 1 रन से हराकर बड़ा उलटफेर किया. वहीं, इस हार के बाद पाकिस्तान की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है.