Friday, October 18, 2024
Homeछत्तीसगढ़जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराता कार्डिनल रोटी बैंक, बचे खाने को व्यवस्थित...

जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराता कार्डिनल रोटी बैंक, बचे खाने को व्यवस्थित तरीके से बांटता है यह युवाओं का ग्रुप

रायगढ़. यदि आपके यहाँ कोई आयोजन जैसे जन्मदिन, विवाह, दशकर्म व ऐसा कार्यक्रम जहां भोजन की व्यवस्था हो और वह बच गया हो तो उसे आप गरीब और जरूरतमंदों के बीच बांटकर उनके चेहरों पर खुशी और जरूरत को पूरा कर सकते हैं साथ ही अन्नदान के पुण्य के भागी बन सकते हैं। बचे हुए खानों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है शहर के कार्डिनल चार्जर्स ग्रुप ने जिसे इन्होंने रोटी बैंक का नाम दिया है। इसी के तहत लॉकडाउन में इन्होंने कोई भूखा न रहे नाम से निःशुल्क 400 लोगों को प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था 51 दिन तक कराई थी। अब यह ग्रुप रोटी बैंक के माध्यम से जरूरतमंद और गरीबों के बीच आपके शेष भोजन को पहुंचा रहा है। कार्डिनल चार्जर्स के निर्मल जाना बताते हैं कि हमनें सोशल मीडिया और सभी धर्मशालाओं, मैरिज गार्डन के बाहर रोटी बैंक और उसके पदाधिकारियों के नंबर को चिपका दिया है। लोग हमसे संपर्क करते हैं तो हमारी पूरी कोशिश रहती है कि हम कम समय में वहां पहुंच जाएं क्योंकि आयोजन के खाने ज्यादातर मसालेदार होते हैं और इनके खराब होने का खतरा रहता है ऐसे में बहुत सावधानी बरतते हुए हम लोकेशन पर जाते हैं खाने को चेक करते हैं जो खाना खाने लायक और 3 घंटे तक टिक जाए उसे पैक करते हैं और फिर अलग-अलग दिशा में उसे बांटने निकल जाते हैं। रोटी बैंक में सबसे पहले खाना देने वाले नरेश पटेल बताते हैं कि उनके यहाँ तेरहवीं का भोज था। करीब 50 व्यक्तियों के लिए खाना बचा था शाम भी हो चली था। सोशल मीडिया में उन्होंने रोटी बैंक के बारे में सुना था तो कार्डिनल वालों से संपर्क किया और ये 10 मिनट के अंदर मेरे घर टिकरापारा में आ गया। खाने को चेक किया और फिर घर के बाहर ही अपने साथ लाये पैकेट में खानों को पैक करने लगे। यह दृश्य वास्तव में अद्भुत था। हमनें जितने लोगों को घर पर खाने के लिए बुलाया था उससे ज्यादा पुण्य का काम ये पैकेट में बंधे खाने थे जो वास्तव में भूखे और जरूरतमंदों को दिया जाने वाला था। मेरी पत्नी और परिजनों ने गर्म रोटी बनाने को कहा पर उन्होंने मना कर दिया और बचे खाने के साथ गर्म चावल को वह पैक करके ले गए। मुझे उन्होंने उन जगहों और लोगों की तस्वीरें भेजी जिन्हें हमारे घर का खाना मिला। वास्तव में यह एक नेक कार्य है। मेरी इन लोगों को ढेर सारी शुभकामनाएं। इनकी इस मुहिम को पूरा रायगढ़ साथ देगा। इसी तरह जिले के वरिष्ठ नेता वसुदेव यादव के यहाँ प्रयोजन में खाना बच गया तो उन्होंने भी कार्डिनल वालों को बुलाया और इनकी व्यवस्था और समपर्ण भाव को उन्होंने भी आशीर्वाद दिया। लोगों तक खाना पहुंचाने वालों में निर्मल जाना, अजीत यादव, अभय दुबे, आशीष, हेमू चौधरी, पिंटू, साहनी राम देवांगन, वैभव देवांगन, अजय पटेल, गौरव, आयुष, परमवीर सिंह हैं।

 

सेवा के क्षेत्र में अग्रणी युवा : कार्डिनल चार्जर्स के अध्यक्ष अरुण उपाध्याय बताते हैं कि उनकी टीम में 12 वर्ष से लेकर 45 वर्ष तक के युवा हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। समाजसेवा और खेल सबकी सामान्य रुचि है। कार्डिनल चार्जर्स को 5 साल पहले बनाया गया था। जिले के सबसे बड़े फ्लड लाइट टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कार्डिनल चार्जर्स कार्डिनल कप के नाम से करती है जो एक राष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट बनता जा रहा है। मध्यप्रदेश, ओड़िसा और महाराष्ट्र की टीमें इसमें खेलती है। कार्डिनल के युवा साल भर सुबह विश्वेश्वरैया मैदान में खेलते हैं। इसके साथ ही वो समाज कल्याण की अपनी भूमिका को समझते हैं। फिर चाहे वह छठ पूजा के समय तालाब, घाटों की सफाई हो या फिर जरूरतमंद की समान और मदद मुहैया करना हो।

 

कोई भूखा न रहे : कोई भूखा न रहे कार्डिनल चार्जर्स की अब तक की सबसे बड़ी मुहिम थी जिसमें संस्था ने दूसरे लॉकडाउन में इसी साल ढाई महीने जरूरतमंद 400 लोगों को हर दिन मुफ्त में खाना उनके पास पहुंचा कर दिया। इनकी इस मुहिम में शुरुआत में सदस्यों ने अपना पैसा लगाया, जैसे ही इसके बारे में लोगों की पता चला लोग इनकी मदद को आगे आने लगे। फिर अंत में एक बार फिर सदस्यों ने आपस में चंदा कर मुहिम तो तब तक जारी रखा जब तक संक्रमण दर कम न हो गई।

 

हर घर दीवाली : कार्डिनल चार्जर्स इस बार दीवाली त्यौहार को गरीब-जरूरतमंदो-अनाथ आश्रम-वृद्धा आश्रम में मना रहा है। इसके लिए भी संस्था ने लोगों से सहयोग की अपील की है। ताकि वह अधिक से अधिक लोगों के चेहरे पर दीवाली के दिन खुशियां बिखेर सकें। कार्डिनल चार्जर्स के विश्वास परिहार बताते हैं कि हमने मिठाई में सोनपापड़ी और रोशनी के लिए दीए और कम आवाज के पटाखों को बांटने का निर्णय लिया है। लोगों की मदद हमने मिलने लगी है। उम्मीद है कि हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकेंगे।