मनोरंजन डेस्क। टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे। उन्होंने भगवान शिव पर कई एलबम बनाए जो आज महाशिवरात्रि के मौके पर सुने जा रहे हैं। गुलशन कुमार ने भोले शंकर के कई मंदिर भी बनवाए थे। उन्होंने नागेश्वर मंदिर का पुनः निर्माण भी करवाया था। मंदिर के परिसर में एक भव्य ध्यान एवं पद्मासन मुद्रा में शिव प्रतिमा लगाई गई है। संघर्षपूर्ण जीवन बिताने के बाद अपने संगीत और उसके प्रति लगन से उन्होंने एक खास मुकाम हासिल किया था लेकिन कुछ लोगों को उनकी तरक्की रास नहीं आई। ये बात तो आप सभी जानते ही होंगे कि गुलशन कुमार की हत्या की गई थी।
गुलशन कुमार हर रोज शिव मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते थे। 12 अगस्त को भी रोज की तरह वह घर से शिव की अराधना करने निकले थे। उन्हें क्या पता था कि वो दिन उनकी जिंदगी का आखिरी दिन होने वाला है। 12 अगस्त 1997 को जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर उनके शरीर को 16 गोलियों से छलनी कर दिया गया।
हालांकि पुलिस को मुखबिर ने गुलशन की हत्या की जानकारी दी थी लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। अबू सलेम को यह पता था कि गुलशन कुमार रोज सुबह घर से निकलने से पहले शिव मंदिर जाते हैं, इसी दौरान उनकी हत्या का प्लान बनाया गया। जिस दिन गुलशन कुमार की हत्या हुई उस दिन वह उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मिले गनमैन के बिना मंदिर गए थे। क्योंकि वह कुछ दिनों पहले बीमार हो गया था।
उस दिन सुबह ठीक 10: 40 पर उन्होंने मंदिर में पूजा खत्म की और जैसे ही अपनी गाड़ी की तरफ बढ़े, लंबे बालों वाला एक अज्ञात व्यक्ति उनके पास आकर खड़ा हो गया और उसने चिल्लाकर कहा- बहुत पूजा कर ली अब ऊपर जाकर पूजा करना। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस बात को बोलते ही उस आदमी ने गुलशन कुमार को गोली मार दी। गोली सीधे उनके सिर पर लगी। पिछले साल बॉम्बे हाई कोर्ट ने अब्दुल रऊफ मर्चेंट और अब्दुल राशिद को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, वहीं टिप्स इंडस्ट्रीज के मालिक रमेश तौरानी को मामले में बरी करने का फैसला बरकरार रखा था।