रायपुर/सरिया। हर किसी के जीवन को बेहतर करने में शिक्षक का अहम योगदान होता है क्योंकि माता-पिता के बाद सिर्फ शिक्षक ही होता है, जीवन में अच्छे और बुरे की समझ विकसित करता है। यही कारण है कि गुरु के प्रति हर कोई सम्मान प्रकट करता है। हाल ही एक गुरु के प्रति उसके छात्र-छात्राओं ऐसा सम्मान प्रकट किया है, पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया। दरअसल 10 साल तक एक ही स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक जीवर्धन प्रधान कल ही रिटायर हुए हैं और उनका विदाई समारोह चर्चा में आ गया है। विदाई समारोह पर टीचर को ग्रामीणों ने अपने घरों के बाहर कलश दीप जलाकर शाल व श्रीफस देकर स्वागत किया और पैर धोकर अपने गुरू का आशीर्वाद लिया। यही नहीं, स्कूल से लेकर शिक्षक के नगर तक कीर्तन मंडली के साथ घर तक छोड़ा। विदाई समारोह में कुछ ऐसे भावनात्मक क्षण भी आए, जब विदाई के समय सभी ग्रामीणों की आंखों से आंसू छलक पड़े। दरअसल गुरु सम्मान का यह अनोखा मामला छत्तीसगढ़ रायगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत विजयपुर (रतनपाली) गांव का है। जहां शासकीय माध्यमिक स्कूल में कार्यरत जीवर्धन प्रधान 30 अप्रैल 2022 को सेवानिवृत्त हुए।
सफल 42 वर्ष की नौकरी : शिक्षक जीवर्धन प्रधान ने 6 फरवरी 1980 में शिक्षा विभाग में ज्वाइन कर 42 सालों तक अपनी सेवा दी। 4 दशक से अधिक समय तक शिक्षा विभाग में सेवा देने वाले शिक्षक श्री प्रधान जिले के कई विभिन्न स्कूलों में पदस्थ रहे। इनमें शासकीय प्राथमिक शाला ग्राम कर्राकोट 3 साल, सरिया नगर पंचायत से लगे ग्राम पंचधार प्राथमिक शाला में सबसे अधिक 28 सालों तक, सरिा कन्या शाला में 1 वर्ष, शिक्षा विभाग ट्रेनिंग में 2 सालों तक सेवा देने के बाद पिछले 10 सालों से ग्राम विजयपुर (रतनपाली) के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं दी। सरल सहज स्वभाव के धनी जीवर्धन प्रधान के सेवानिवृत्ति पर यह ऐतिहासिक कार्यक्रम आज यह संदेश देता है कि शिक्षक ने अपने कार्यकाल में कितना मान सम्मान पाया है।
स्कूल प्रांगण में लगाया चंदन का पौधा : विदाई समारोह पर उन्होंने स्कूल परिसर में पौधारोपण किया। उन्होंने स्कूल प्रांगण में चंदन का पौधा लगाया। जिसे ग्रामीणों व स्कूल के छात्रों ने अपने गुरू को सम्मान और उन्हें अपने हमेशा अपने दिलों में जिंदा रखने के लिए सहेज कर रखने की शपथ ली। 42 सालों तक शिक्षा विभाग में सेवा देने वाले शिक्षक जीवर्धन प्रधान के पढ़ाए कई छात्र आज बड़े-बड़े पदों के शासकीय सेवा में भी सेवारत हैं। वहीं उनके तीन पुत्र हैं। इनमें सबसे बड़ा बेटा लोकेश प्रधान पूर्व राज्य स्तरीय क्रिकेटर व पत्रकार हैं, दूसरा हितेश प्रधान सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। जबकि छोटा बेटा प्रितेश प्रधान असिस्टेंट ऑडिटर हैं।