

रायपुर। रायगढ़ जिले के बरमकेला व सारंगढ़ ब्लॉक में इन दिनों अवैध वसूलियों को लेकर एक फर्जी पत्रकारों की गैंग सक्रिय हो गई है जो कि पत्रकारिता की आड़ में अपने काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। इन गिरोह के लोगों से क्षेत्र के शासकीय कर्मचारी, सरपंच, पटवारी समेत अन्य लोग परेशान हैं। इनकी ब्लैकमेलिंग में कुछ शासकीय अधिकारी भी शामिल हैं। इसके चलते इनके हौंसले बुलंद है। इस गिरोह का जल्द खुलासा होने वाला है। कुछ स्थानीय सरपंचों ने इनके खिलाफ पुख्ता सबूत इकट्ठा किए हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर से इनकी शिकायत की जाएगी। वहीं प्रेस क्लब में भी ऐसे लोगों के खिलाफ पीड़ित लोग शिकायत करने का मन बना रहे हैं।
पत्रकार होने का दावा कर अवैध वसूली कर रहे: इन पर आरोप है कि वे पत्रकार होने का दावा कर अवैध वसूली को अंजाम दे रहे हैं। जबकि हकीकत में इन पत्रकारों को सारंगढ़ भी अच्छी तरह से लिखना नहीं आता। अपने हित साधने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव डालते हैं। पत्रकारिता की आड़ में चार लोग एक संगठित गिरोह बनाकर अवैध धनोपार्जन करने तथा प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने हित साधने का काम कर रहे हैं। जबकि हकीकत में न तो किसी अखबार के पत्रकार हैं न ही इलेक्ट्रानिक मीडिया के। ये लोग सोशल मीडिया में लिखते हैं या फिर तहसीलदार व एसडीएम से फर्जी शिकायत करते हैं। अधिकारी भी ऐसे लोगों की शिकायत पर तत्काल एक्शन लेने पहुंच जाते हैं। जबकि वास्तविक शिकायत में इतनी तेजी नहीं दिखाते।

पत्रकारों को चेंबर में बुलाकर धमकाते हैं और अवैध उगाही गैंग को साथ लेकर घूम रहे: इस गिरोह को कुछ बड़े अधिकारियों का भी मौन समर्थन मिला हुआ है। जो हकीकत में पत्रकारिता कर रहे हैं उन लोगों को खिलाफ लिखने की बात पर अपने चेंबर में बुलाकर धमकाते हैं और जो पत्रकारिता की आड़ में अवैध उगाही कर रहे हैं। ऐसे लोगों को साथ में बैठाकर घूम रहे हैं। इससे वसूलीबाज गैंग का हौंसला सातवें आसमान पर है। हालांकि ऐसे अधिकारियों का जल्द पर्दाफाश होगा और मुख्यमंत्री व सीएस व डीजीपी तक शिकायत की जाएगी।
