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राजधानी में खाकी का भय खत्म, एक बार फिर चाकूबाजी, 4 आरोपियों ने व्यापारी की ले ली जान

रायपुर। राजधानी रायपुर में अपराधियों में पुलिस का भय खत्म हो गया है। बदमाश रोज सरेआम चाकू चलाकर लोगों की जान लेने पर आमदा हैं। अब रायपुर में अपराधियों को पुलिस का बिल्कुल भी खौफ नहीं रहा। मामूली विवाद पर चाकूबाजी जैसे अपराधों को अंजाम देना अब आम बात हो गई है। इसके चलते राजधानी में भय और आतंक का माहौल निर्मित हो चुका है। शहर का ऐसा कोई इलाका नहीं बचा, जहां से चाकूबाजी की शिकायत रोज न आ रही हो। एक महीने के भीतर चाकूबाजी की पंद्रह से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। सोमवार को एक बार फिर एक चाकूबाजी की वारदात सामने आई है। जहां 4 आरोपियों ने मामूली बात पर एक व्यापारी की जान ले ली। इस मामले में दो आरोपियों ने सुबह थाने पहुंच कर सरेंडर कर दिया। जबकि दो अपराधियों की पुलिस तलाश कर रही है। जानकारी के मुताबिक, कोंडागांव निवासी इसरार अहमद अपने साथियों के साथ खरीदारी करने रायपुर आया था। वह सोमवार देर शाम मालवीय रोड से खरीदारी करने के बाद कार से जयराम कॉॅम्प्लेक्स जा रहा था। इस दौरान सिग्नल नहीं होने के कारण रवि भवन की ओर रुक गया। सड़क किनारे फुटपाथ पर चश्मे की दुकान लगी हुई थी। इसमें गॉगल (धूप के चश्मे) भी बिक रहे थे। इसरार ने अपनी कार रोक कर दुकान पर खड़े युवक से गॉगल का रेट पूछा तो उसने 700 रुपए बताया। इस पर इसरार ने कहा कि रोड छाप चश्मे का ज्यादा रेट लगा रहे हो। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी बीच दुकान पर खड़े अन्य युवक भी वहां पहुंच गए और इसरार को कार से बाहर निकाल लिया और एक युवक ने चाकू से पेट में दो बार हमला कर दिया। इसके बाद चारों युवक बांस टाल की ओर भाग निकले। इसरार को घायल देख उसके साथी मेकाहारा लेकर पहुंचे। वहां देर रात इसरार का ऑपरेशन किया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। उपचार के दौरान मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।

कर दिया सरेंडर, जांच जारी: इस वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही थी कि इसी दौरान दो युवक शफीक अली (20 साल) और मोहसिन अली (25 साल) ने गोल बाजार थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों ने बताया है कि वारदात में सिर्फ वही दो लोग थे, चार की बात गलत है। हालांकि अभी तक इस मामले की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है।

भय व डर का माहौल: जिस तरीके से खुलेआम चाकूबाजी की वारदात हो रही है। इससे राजधानीवासी डरे व सहमे हुए हैं। अब तो लोग अपने घरों से बाहर निकलने के लिए भी सोचने लगे है। रायपुर में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। आए दिन अपराधी पुलिस को चुनौती देते हुए नजर आ रहे है। वहीं पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। रायपुर एसएसपी अजय यादव ने पदभार ग्रहण करते हुए कुछ एक्शन जरूर लिए थे। लेकिन दो चार महीने में पुराने ढर्रे पर पुलिस का काम चलने लगी है। इसके चलते अपराधियों में पुलिस का अब कोई खौफ नहीं रहा।

टीआई थे अनजान, भड़के अधिकारी: यह घटना गोलबाजार थाने के नजदीक ही हुई। घटनास्थल से कुछ दूरी पर पुलिसकर्मी भी तैनात थे। भीड़ भरी बीच सड़क पर सब कुछ होता रहा और पुलिस को पता ही नहीं चला। इस वारदात के करीब एक घंटे बाद भी गोलबाजार टीआई अनजान ही थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जब टीआई को फोन किया तो वे कुछ भी नहीं बता सकें। अफसर ने टीआई को खूब खरी खोटी सुनाई।

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