बरमकेला। बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त हवाओं का असर से छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के अंचल में सुबह- सुबह घना कोहरा छाने लगा है और ठंड भी बढ़ी है। बुधवार को भी सुबह 8:00 बजे तक कोहरे की स्थिति बनी रही। वही दूसरी तरफ दिनभर आसमान में हल्के बादल छाए रहे। जबकि 11:00 बजे के बाद कोहरा व धुंध छंटते ही सूर्य की मद्धिम किरणें दिखी। नववर्ष की शुरुआत से ही मौसम में परिवर्तन आया है। दूसरे दिन से ही धुंध व कोहरा का वातावरण बनने लगा था। हालांकि दो दिन तक कोहरा उतना घना नहीं था लेकिन बुधवार सुबह 8 बजे तक काफ ी घना कोहरा छाया रहा। आलम यह रहा कि आसपास की 50-100 मीटर तक की चीजें दिखाई नहीं दे रही थी। इस वजह से सड़क पर चलने वाले वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलनी पड़ रही थी। कोहरे के कारण छोटे बड़े सभी वाहनों की रफ्तार कम हो गया था और लोगों को दिनभर ठंडक का अहसास हुआ। बच्चे व बुजुर्ग ठंड से बचने दिन में भी गर्म कपड़ों में दिखाई दिए। वही सूर्य किरणें मद्धिम रहा। तापमान अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट तेज होगी। 7 और 8 जनवरी को न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट हो सकती है। संभावना है कि उन दो-तीन दिनों में इस सीजन की सबसे अधिक ठंड पड़े।
धुंध ऊपर से धूल की गुब्बार दोहरी परेशानी : चंद्रपुर – सरिया मुख्य मार्ग की सबसे खराब सड़क पर इन दिनों धूल की गुब्बार उड़ रही है। ऊपर से कोहरे व धुंध ने दो पहिया चालकों के लिए दोहरी मुसीबत बन गया है। सामने से आ रहे वाहन ठीक से दिखाई नहीं दे रहें हैं। इससे दुर्घटना होने का डर बना हुआ है।
साग सब्जियां होने लगी खराब : लगातार 4 – 5 दिनों से कोहरा व बदली छाए रहने की वजह से ओन्हारी फ सल के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में लगे आलू, प्याज, टमाटर, मटर के फ सल प्रभावित हुआ है। सरिया तहसील के साल्हेओना के मायाराम पटेल का कहना है कि ऐसे खराब मौसम के चलते टमाटर के जिन पौधों में फ ल आ चुके हैं वे जल्दी पक जा रहे हैं जिनमें फ ूल है वे झडऩे लगा है। दादरपाली के मदन पटेल ने कहा कि आलू व प्याज की रोपाई के बाद उनके उत्पादन में फ र्क पड़ेगा। क्योंकि कोहरे व बदली से उनके कंद विकसित नहीं हो पाते हैं। साल्हेओना के कमल पटेल का मटर फ सल पूरी तरह खराब हो चुका है।