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बरमकेला स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से झोलाछाप डाक्टरों की बोल रही तूती, दो कार्रवाई कर शांत पड़ गए तेजतर्रार व ईमानदार बीएमओ

साल्हेओना बरमकेला। रायगढ़ जिले के बरमकेला स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से झोलाछाप डॉक्टरों की क्षेत्र में तूती बोल रही है। झोलाछाप डॉक्टर अवैध प्रैक्टिस के जरिए न सिर्फ आकूत धन अर्जित कर रहे है, बल्कि मरीजों के जान से खिलवाड़ भी कर रहे हैं। बरमकेला के ईमानदार व तेज तर्रार बीएमओ डॉ. अवधेश पाणिग्राही दो कार्रवाई कर ही शांत पड़ गए। कलेक्टर व सीएचएमओ के निर्देश पर ही बरमकेला अंचल के झोलाछाप चिकित्सकों पर बीएमओ शिकंजा कसना शुरू करते हैं। दो दिन पहले दो झोलाछाप डाक्टरों के अवैध क्लिनिक सील की गई। ऐसा नहीं है कि इस क्षेत्र में दो ही अवैध क्लिनिक संचालित हो रहे हैं। इस ब्लॉक के हर पंचायत में दो तीन मिल जाएंगे। बावजूद इसके नियमित रूप से कार्रवाई नहीं की जाती। हालांकि इस कार्रवाई से आसपास के प्रैक्टिशनर कार्रवाई के भय से भूमिगत होने लगे है। साल्हेओना के बंगाली डाक्टर के क्लिनिक के मेनगेट पर ताला लटक रहा है और दिनभर बाहर रहने के बाद रात में वापस आने की चर्चा है। बरमकेला का स्वास्थ्य अमला दलील दे रहा है कि नियमित रूप से अवैध क्लिनिक संचालित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और पिछले दो माह की अवधि में पांच झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करते हुए तीन डॉक्टरोंं के विरुद्ध थाना में एफआईआर भी दर्ज कराया जाना बताया जा रहा है।

कार्रवाई झोलाछाप डॉक्टर हो गए सर्तक: बीते मंगलवार को भी समीपस्थ ग्राम पंचायत बोंदा के दो अवैध क्लिनिक को सील होते ही आसपास के झोलाछाप डाक्टर सतर्क हो गए है। बात यही तक नहीं रुकती है कि साल्हेओना के बंगाली क्लिनिक के संचालक गोविंद विश्वास अपने क्लिनिक के मेनगेट पर ताला लगाकर रफ्फू चक्कर हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि दिनभर डाक्टर गायब रहते हैं और शाम या रात में लौट आते है और इलाज भी नहीं कर रहे है। लेकिन चौंकाने वाली बात सामने आई है कि इनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है और न ही नर्सिंग होम एक्ट के तहत अनुमति मिली है। ऐसे में कार्रवाई की डर सता रही है। दो दिन पहले से क्लिनिक इलाज करना छोड़ देने से कोई पर्ची मेडिकल दुकानों में आ रहे है। अब लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की छापामार टीम के पहुंचने के पहले अपने आपको नो प्रैक्टिस बताकर कार्रवाई से बचने की जुगत लगाई जा रही है लेकिन ग्राम पंचायत बोंदा के बंद पाए गए मालाकार क्लिनिक को भी सील कर दी गई थी।

अवैध निर्माण पर राजस्व विभाग मौन: झोलाछाप डॉक्टरों पर सिर्फ स्वास्थ्य अमला मेहरबान नहीं है, बल्कि राजस्व अमला भी खुली तौर पर अवैध कब्जा व निर्माण करने की छूट दे दी है। साल्हेओना में मेनरोड किनारे पर बंगाली डॉ गोविंद विश्वास द्वारा खुलेआम अवैध निर्माण किया जा रहा है और पांच-छ: कमरा बनाकर किराया में देने की तैयारी चल रही है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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