![](https://i0.wp.com/rajdhanitimescg.in/wp-content/uploads/2020/11/index-22.jpg?fit=277%2C182&ssl=1)
![admin](https://rajdhanitimescg.in/r3e/uploads/2023/01/logo.jpg)
रायपुर। एक निलंबित सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) द्वारा रेंजर से ईओडब्ल्यू में शिकायत होने पर कार्रवाई का भय दिखाकर अलग-अलग किश्तों में 10 लाख रुपए अवैध वसूली का मामला सामने आया है। घटना राजधानी रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र का है। पीडि़त रेंंजर की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी एएसआई के खिलाफ धारा 384 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, राजा तालाब नवदुर्गा चौक रायपुर निवासी राजेश कुमार नांदुरकर पिता स्व तुलसीराम बालोद वन मंडल की दल्लीराजहरा परिक्षेत्र में वन परिक्षेत्र (रेंजर) के पद पर पदस्थ हैं। फरवरी 2020 में एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और खुद को ईओडब्ल्यू से एएसआई विनोद वर्मा बोलने की बात कहते हुए कहा कि आपके खिलाफ आर्थिक अपराध में गंभीर शिकायत दर्ज होने की बात कही और जेल जाने की धमकी दी और फाइल व शिकायत को नस्तीबद्ध करने के लिए 10 लाख रुपए मांगे। रेंजर ने अलग-अलग किश्तों में रुपए देने के लिए हामी भर दी और खुद को बचाने के लिए अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए। इस बीच 5 अप्रैल 2020 को विनोद वर्मा द्वारा पचपेड़ीनाका के पास सेंट्रल एक्साइज कार्यालय के सामने पैसे लेकर बुलाया गया तो दोपहर लगभग 1 बजे विनोद वर्मा अपने अन्य एक साथी के साथ इनोवा कार में आया। जहां रेंजर द्वारा प्रथम किश्त की राशि दो लाख रुपए विनोद वर्मा को दिया गया। शेष रकम अलग-अलग स्थानों पर विनोद वर्मा एवं उसके साथ आये व्यक्ति को 5 किश्तों में कुल 10 लाख रुपए दिया गया। पैसे मिलने के बाद आरोपी विनोद वर्मा द्वारा फाइल एवं शिकायत को नस्तीबद्ध कर देने की बात कही गई।
पटवारी से ब्लैकमेलिंग की वजह से निलंबित है एएसआई: जानकारी के मुताबिक, आरोपी विनोद वर्मा ईओडब्ल्यू में एएसआई के पद पर पदस्थ था, लेकिन एक पटवारी को कार्रवाई का भय दिखाकर अवैध वसूली की थी। इसकी शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ जांच की गई। मामला सही पाए जाने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। वर्तमान में वह पुलिस लाइन में अटैच है।
![](https://i0.wp.com/rajdhanitimescg.in/wp-content/uploads/2024/06/WhatsApp-Image-2024-06-05-at-09.59.08_e366e518.jpg?fit=1031%2C1600&ssl=1)