Friday, October 18, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरोना को मात देने के बाद- कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने पर्वतारोही...

कोरोना को मात देने के बाद- कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने पर्वतारोही ‘सुमनÓ फतह कर आई 5280 मीटर ऊंची चोटी

रायपुर। कोरोना से डरकर हार मानने की जरूरत नहीं है। अगर आप कोरोना से जीत सकते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं, बस जरूरत होती है तो मजबूत हौंसलों की। कोरोना से जंग जीतने के बाद पूरी तरह ठीक होने में मुझे दो महीने का समय लगा। मैं लोगों को संदेश देना चाहती थी कि वैश्यिक महामारी कोरोना से डरने की नहीं मजबूत इरादों से लडऩे की जरूरत है। उक्त बातें कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने के लिए 5 हजार 280 मीटर ऊंची चोटी फतह कर आने वाली पर्वतारोही ‘सुमनÓ ने कही।

 

मंगलवार को रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में माउंटेन मैन राहुल गुप्ता ने बताया कि कोरोना महामारी से लडऩे में पूरा देश एकजुट हुआ है। छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्य विभाग की तत्परता से कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले नागरिकों की संख्या में हर दिन इजाफा हो रहा है। कोरोना से जंग जीत कर एक बार फिर से जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए बहुत सारी हिम्मत और हौंसलों की जरूरत होती है। ऐसे ही लोगों की हिम्मत बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ के इकलौते एवेरेस्ट पर्वतारोही-माउंटेन मैन राहुल गुप्ता आगे आए हैं। कोरोना से लड़ाई जीत कर आने वाली पर्वतारोही सुमन के हौंसलों को पंख देने के लिए राहुल ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलांग वैली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप (5289) मीटर नामक पर्वत की चढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी करवाई। इस मिशन का एक मात्र उद्देश्य कोरोना वारियर्स को सम्मान देना था। राहुल गुप्ता के साथ 7 राज्यों के लिए 20 युवा इसमें शामिल थे। माउंट फ्रेंड्सशिप पीक फतह के लिए यात्रा की शुरूआत 17 अक्टूबर से हुई थी। 10 डिग्री तापमान में 21 अक्टूबर की सुबह 11.08 बजे सुमन ने माउंट फ्रेंडसशिप पीक फतह कर सफलता हासिल की। छत्तीसगढ़ से सुमन के अलावा सबसे कम उम्र के युवा माउंटेनियर चिराग गुप्ता (15 वर्ष), ईशान शिर्के (15 वर्ष) थे। जबकि लड़कियों में मध्यप्रदेश की शैलजा तिवारी (17 वर्ष) थीं। वहीं अन्य सदस्यों में छत्तीसगढ़ से ही तुलसी साहू, उत्तर प्रदेश से रिजवाना खान समेत अन्य शामिल थे।