रायपुर। राजधानी रायपुर में कोयले की अफरा तफरी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में यार्ड मालिक आमिर अली और रईस खान हैं। काले कारोबार में दो और आरोपियों का भी हाथ है जो फिलहाल पुलिस के चंगुल से बाहर हैं। फरार आरोपियों की तलाश में खमतराई पुलिस जुटी हुई है। बता दें कि करीब सप्ताह भर पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पावर प्लांट के लिए आने वाली अच्छी क्वालिटी के कोयले को बदलकर उसकी जगह घटिया क्वालिटी का कोयला सप्लाई करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश हुआ था। पुलिस ने कोयले की इस मिलावट के खेल में आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं पुलिस के छापे की खबर सुनते ही यार्ड मालिक सरफराज, आमिर अली व रइस खान फरार हो गए थे। आमिर व रईस खान को तो गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक बजरंग पॉवर लिमिटेड के लिए विशाखापट्टनम व ओडिशा से ट्रक क्रमांक सीजी 12 एजेड 8813, सीजी 12 एजेड 2113, सीजी 12 एयू 8013, सीजी 12 एजेड 9913 से कोयला मंगवाया गया था। इसमें कुल 125 टन कोयला था। इन ट्रकों को प्लांट पहुंचने से पहले मैटल पार्क स्थित सरफराज के यार्ड में ले गए। इसके बाद इसमें मिलावट किया जा रहा था। शिकायत पर पुलिस ने यार्ड में छापा मारा और मौके से करीब आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं पुलिस छापे की भनक लगते ही यार्ड मालिक मौके से नौ दो ग्यारह हो गए थे।
जमीन मामले में भी फर्जी एग्रीमेंट किया: खमतराई पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले भी जमीन मामले में फर्जी एग्रीमेंट करने का भी आरोप है। पुलिस के मुताबिक दोनों के नाम पर 11-11 हजार स्क्वायर फीट जमीन है, लेकिन आमिर अली ने सरफराज के साथ मिलकर 22 हजार स्क्वायर फीट जमीन का फर्जी एग्रीमेंट किया था। इस काले कारोबार की पूरी प्लानिंग प्रीतम सरदार ने की थी, लेकिन आरोपी सरफराज और प्रीतम सरदार दोनों फरार हैं।