नेशनल डेस्क। दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले दो से तीन दिनों के दौरान केरल पहुंचने की उम्मीद है। इससे पहले, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने 27 मई को मानसून के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी की थी। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण अरब सागर में तेज पछुआ हवाएं चल रही हैं। उपग्रह से लिए गए चित्र के अनुसार केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। इस वजह से अगले दो-तीन दिनों में केरल में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। 30 मई और 2 जून के बीच केरल में मानसून पहुंच सकता है। आइएमडी ने केरल और लक्षद्वीप में गरज/बिजली के साथ व्यापक हल्की, मध्यम वर्षा का अनुमान लगाया है। अगले पांच दिनों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में छिटपुट बारिश हो सकती है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
केरल में बना है बारिश का मौसम : मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून केरल में समय से पहले दस्तक देगा। लेकिन, बाद में न केवल असानी ने अपना रास्ता बदला, बल्कि मध्य व पूर्वी भारत में जिस तरह की प्री-मानसूनी बारिश की आशा की जा रही थी, वह भी नहीं हुई। केरल के कई हिस्सों मानसूनी बादल छाए हुए हैं।
15 जून तक छग में मानसून : छत्तीसगढ़ में मानसून के जून के मध्य तक दस्तक देने का अनुमान है। 15 जून के आसपास मानसून छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकता है। इसके पहले प्री मानसून के तहत प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी तूफान के साथ बारिश हो सकती है।