रायपुर। राजधानी रायपुर में खुद को पत्रकार बताकर जंगल सफारी के सहायक वन संरक्षक व एक वनपाल से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। आरोपी ने पहले विभाग में आरटीआई लगाकर दस्तावेज निकाले फिर ईओडब्ल्यू में शिकायत करने की धमकी देकर 1-1 लाख रुपए की मांगें जिस पर दोनों अधिकारियों द्वारा 25 हजार रुपए दे दिया गया था। शेष रकम के लिए दबाव डालने पर शिकायत थाने में की। जिस पर सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, कोटा गुढिय़ारी निवासी विनोद सिंह ठाकुर पिछले ढाई सालों से जंगल सफारी में सहायक संचालक जंगल सफारी के पद पर पदस्थ हैं। आरोपी राकेश तराटे जो खुद को पत्रकार बताकर हर सप्ताह जंगल सफारी वन मण्डल कार्यालय पहुंचता था और सूचना का अधिकार के तहत आवेदन लगाकर विभिन्न जानकारी मांगता था। जानकारी मिलने के बाद भयादोहन करते हुए पैसे की मांग करता था, नहीं देने पर राज्य आर्थिक अपराध ब्यूरों में शिकायत करने की धमकी देता था। मार्च 2020 में आरोपी राकेश तराटे को 15 हजार रुपए राजातालाब जंगल सफारी वन मण्डल कार्यालय में दिया गया। इसके बाद 21 अक्टूबर को दोबारा सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाकर 10 हजार रुपए मांगने लगा। नहीं देने पर ईओडब्ल्यू में शिकायत करने की धमकी दी। इसी तरह रायपुर वन मंडल के तिल्दा में पदस्थ वनपाल दीपक तिवारी से भी आरोपी राकेश तराटे से 10 हजार रुपए लिए। दोनों ने राकेश से परेशान होकर पूरे मामले की शिकायत पुलिस में की थी। जांच के बाद आरोपी को धारा 384 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया गया है।