

रायपुर। अब आपका फेसबुक एकाउंट भी सुरक्षित नहीं है। साइबर अपराधियों ने यहां भी सेंधमारी शुरू कर दी है। दरअसल, ठगबाज लोगों से ठगी करने के लिए अब ठगों ने नया तरीका निकाला हैं। तरीका भी ऐसा जिससे ठगी आसानी से की जा सके। लोगों से ठगी करने के लिए अब फेसबुक आईडी करके उसके परिचितों को मैसेज करके किसी बहाने से पैसे मांगे जा रहे हैं। बीते दो दिन में कई लोगो की फेसबुक आइडी हैक करके उनके परिचितों को मैसेज करके पैसे मांगे। साथ ही एकाउंट नंबर भेज दिए। इमोशनल मैसेज करके ठग पैसे मांगते हैं। ठग पहले फेसबुक आइडी से प्रोफाइल देखकर व्यक्ति के बारे में अंदाजा लगा लेते हैं। उसके बाद उसके मैसेज पढक़र पूरी जानकारी जुटा लेते हैं। बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आएं है। इसके बाद लोग फेसबुक पर ऐसी ठगी से बचने के लिए भी संदेश लिख रहे है। साइबर एक्सपर्ट की माने तो एफबी द्वारा दी जा रही नई सुविधा प्रोफाइल को लॉक करें और समय-समय पर पासवर्ड चेंज करते रहेे। जिससे ठगी हाेने सेे बच सकें।
अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करें: साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक, फेसबुक पर स्टेप टू वेरीफिकेशन का ऑप्शन ऑन रखें। इससे यदि कोई आईडी हैक करता है तो मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी नहीं पता चलने की वजह से आईडी हैक नहीं हो सकेगी। फेसबुक संबंधी मोबाइल पर आने वाले अंजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी अंजान व्यक्ति को मोबाइल पर आने वाला ओटीपी नहीं बताएं।
इस तरह के इमोशनल मैसेज भेज रहे: अपराधी फेसबुक आईडी हैक कर परिचितों को इमोशनल मैसेज भेज रहे हैं ताकि उन्हें आसानी से पैसे मिल जाए। हैकर लिख रहे है कि मेरे दोस्त के बेटे का एक्सीडेंट हो गया। इस लिए कुछ पैसे की जरूरत हैं। मेरी बेटी और बेटे के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में लिखकर मदद मांग रहे हैं। जानकार लोग कई बार मदद करने के चक्कर में धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।
अस्पताल में भर्ती बच्चे की भेजते हैं फोटो: साइबर अपराधी जिस आईडी को हैक करते हैं, उसके मैसेंजर के माध्यम से भेजे मैसेज के साथ एक फोटो भी भेजते हैं। फोटो अस्पताल का होता है। इसमें किसी बच्चे को भर्ती दिखाया जाता है। इससे लोग विश्वास कर लेते हैं। मगर, फोटो फर्जी होता है। हाल में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।
केस 1
दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर विधायक प्रकाश नायक के पीआरओ सुनील कुमार पंडा का आईडी हैक कर उनके कई परिचितों को फेसबुक मैसेंजर में मैसेेज भेजा गया कि उन्हें कुछ पैसेे की अर्जेंट जरूरत है। जल्द ही उनके पैसे लौटा देंगे। ऐसा मैसेज देखकर कुछ लोगों नेे सुनील पंडा को फोन किया तो ज्ञात हुआ कि उनकी एफबी आईडी हैक हो गई है।
केस 2
राजधानी रायपुर में एक नेशनल अखबार के कर्मी का आईडी हैक कर इसी तरह का मैसेज उनके दोस्तों को भी भेजा गया। उन्हें जानने वाले लोगों ने सीधे उनको कॉल किया तो आईडी हैक होने के बारे में पता चला। उन्होंने तत्काल अपने आईड से मैसेज लिखा कि इस तरह की मैसेज पर ध्यान न दें। जागरूक होने की वजह से इनके आईडी से कोई धोखाधड़ी का शिकार नहीं हुआ, लेकिन ग्रामीण अंचल में इस तरह की मैसेज से आसानी से ठगी की वारदात हो सकती है।
केस 3
रायपुर में ही एक सीनियर पत्रकार व रिजनल टीवी चैनल के रिपोर्टर के नाम पर आईडी बनाकर कई लोगों को फ्रेंड रिक्वेेस्ट भेजा गया। वरिष्ठ पत्रकार के करीबी व जान पहचान लोगों ने तत्काल उन्हें संपर्क कर जानकारी दी। आनन फानन में उन्हें अपने एफबी वॉल पर एक मैसेज छोड़ना पड़ा कि उनके नाम की आईडी किसी दूसरे ने बना ली है। सतर्कता की वजह से इनके नाम से किसी को पैसे की डिमांड नहीं कर पाया।