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रायपुर। खुद को सरगुजा अंबिकापुर का अपर कलेक्टर बताकर एक ठगबाज ने सरपंच से व्याख्याता ट्रांसफर और कलेक्टोरेट में भृत्य, कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लगाने के नाम पर 23 लाख रुपए ठग लिए। ठगी का शिकार हुए जशपुर फरसाबहार ब्लॉक के सरपंच ने इसकी शिकायत शनिवार को रायपुर मोवा थाने में की है। पुलिस शिकायत दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। रायपुर के मोवा थाने में शिकायत करते हुए सर्वेश्वर साय पैकरा पिता परमेश्वर साय पैकरा निवासी ग्राम सिकिरमा फरसाबहार जशपुर ने बताया है कि वे वर्तमान में ग्राम पंचायत सिकिरमा का सरपंच हैं। अप्रैल 2020 में उनके पास 9617548882 से फोन आया जिसने खुद को निर्मल तिग्गा अपर कलेक्टर अंबिकापुर का होना बताते हुए कहा कि छग राज्य के विभिन्न जिलों के लिए 1380 पद स्वीकृत हुआ है, जिसमें अंबिकापुर, बलरामपुर, सरगुजा एवं जशपुर जिले में डाटा एंट्री ऑपरेटर, क्लर्क, भृत्य एवं वाहन चालक का पद पर सीधी भर्ती किया जाना है। फोन करने वाले द्वारा अपने आपको अपर कलेक्टर बताये जाने पर सरपंच उसकी बातों में आ गया और अपने घरवालों एवं दोस्तों से सलाह करके अपनी पत्नी परमिला पैकरा, दीदी सुधावती पैकरा, दीदी शोभावती पैकरा एवं अन्य रिश्तेदारों मंजू पैकरा, यशपति पैकरा, रंजीत साय, गुलेश्वर साय, नरेन्द्र साय पैकरा, लक्ष्मण साय, चन्द्रिका पैकरा, दिनेश कुमार यादव एवं गुलापी बाई को भृत्य पद पर एवं क्लर्क पद के लिए दुलासी पैकरा, प्रकाश साय तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए संदीप कुमार पैकरा एवं वाहन चालक के लिए देवव्रत राम एवं लक्ष्मण साय समदूर (व्याख्याता) के ट्रांसफर के लिए कुल 25 लाख रुपए में बात हुई थी एवं फोन करने वाले द्वारा अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा द्वारा बताया गया कि उपरोक्त रकम तुम्हें रायपुर में देना है।
रायपुर आने के लिए गाड़ी भी बुक करा दी: खुद को अपर कलेक्टर बताने वाले व्यक्ति ने सरपंच के लिए रायपुर आने की सुविधा के लिए कार भी बुक करा दी। कार क्रमांक सीजी-14-एमएम- 5574 में पैसा रायपुर सरपंच रायपुर आ गया। उसके द्वारा बताने पर कि संपूर्ण राशि की व्यवस्था नहीं है तब उनके कहने पर कि जितना नकद है, उतना ले आओ एवं शेष हेतु एटीएम कार्ड
ले आना। इस पर 13 जून 2020 को शाम सिकिरमा से रायपुर के लिए सरपंच निकला और 14 जून की सुबह 7 बजे रायपुर पहुंच गया।
एफसीआई रोड में भतीजे को भेजा: सरपंच सर्वेश्वर पैकरा ने बताया कि रायपुर पहुंचने के बाद जब उसने निर्मल तिग्गा को फोन किया तो उसे रायपुर मोवा ब्रिज के आगे एफसीआई रोड में आने को कहा और अपने भतीजे को भेजने की बात कही। उसका भतीजा आने के बाद सरपंच ने उसे 9 लाख 20 हजार रुपए नकद दे दिया और साथ में दो एटीएम कार्ड जो उसकी दीदी सुधावती और चचेरी बहन सुनीता पैकरा का था। सरपंच ने दोनों एटीएम के पिन कोड भी बता दिए। ऐसे सब देने के बाद सरपंच वापस जशपुर चला गया।
जशपुर के लोगों ने कार किया था बुक: वापस जाते समय सरपंच ने कार चालक से वाहन के मालिक व कार बुकिंग की जानकारी ली तो उसे कार क्रमांक सीजी 14 एमएम 5574 के चालक ने बताया कि कार का मालिक योगेश शर्मा बागबहरा है और कार को डमरू बंजारा बागबहरा ने बुक कराया था।
सूची निकलने का देता रहा आश्वासन: निर्मल तिग्गा द्वारा प्रतिदिन फोन से सरपंच को कहा गया कि सूची बन रहा है। नियुक्ति आदेश जारी हो रहा है। 10 जुलाई तक नियुक्ति आदेश डाक से भिजवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान अपनी बहनों के दिए एटीएम कार्ड से निर्मल तिग्गा ने 5 लाख 14 हजार 207 रुपए निकाल लिये थे। बाकी रकम लेकर दोबारा रायपुर आने कहा गया। सरपंच अपने रिश्तेदार के वाहन से 7 जुलाई को रायपुर आया और शेष पैसे 9 लाख 31 हजार रुपए को 8 जुलाई की सुबह उसी स्थान पर लेकर पहुंचा जहां पहले उसने पैसे दिए थे। इस तरह कुल उसने 23 लाख 65 हजार 207 रुपए का भुगतान कथित अपर कलेक्टर निर्मल तिग्गा को किया गया।
अब धमकाने लगा आरोपी: पीडि़त सरपंच ने अपनी शिकायत में बताया है कि पैसे देने के बाद नियुक्ति आदेश मांगा तो उसने कहा कि इसके लिए मंत्रालय जाएंगे, थोड़ा इंतजार करो। जब सरपंच ने फोन कर आने को कहा तब उनके द्वारा कहा गया कि मेरे घर एसीबी वाले आ गये हैं, मैं नहीं आ सकता एवं आप एन्टी करप्शन में शिकायत कर दिए हो बोलकर उल्टा धमकाने लगा। साथ में यह भी कहा कि एसीबी वाले मैं संभाल लूंगा। 9 जुलाई को आप आना मंत्रालय चलेंगे। उसके बाद से कथित एडीएम का मोबाइल स्वीच ऑफ है। मोबाइल बंद होने के बाद सरंपच को ठगी का एहसास हुआ।
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