Friday, October 18, 2024
Homeआम मुद्देहमारी भी सुने सरकार, हम हो गए बेरोजगार, जीवन में मच गया...

हमारी भी सुने सरकार, हम हो गए बेरोजगार, जीवन में मच गया है हाहाकार, आखिर कब सुनेगी हमारी सरकार!

रायपुर। हमारी भी सुने सरकार, हम हो गए बेरोजगार, जीवन में मच गया है हाहाकार, आखिर कब सुनेगी हमारी सरकार। इन नारों के साथ मंगलवार की दोपहर राजधानी रायपुर के गांधी मैदान से एक भारी भीड़ कलेक्टोरेट की तरफ कूच कर रही थी, लेकिन पुलिस ने इन्हें व्हाइट हाउस के पास ही रोक लिया। दरअसल, ये राजधानी रायपुर के बैंड, घोड़ी, डीजे लाइटिंग, मैरिज पैलेस और साउंड सिस्टम के संचालक व कामगार थे। रायपुर कलेक्टर को त्यौहार व आयोजनों में काम करने छूट देने की मांग करने जा रहे थे। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पिछले पांच महीने से राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में बैंड, घोड़ी, डीजे लाइटिंग, मैरिज पैलेस और साउंड सिस्टम की दुकान बंद है। अनलॉक में अन्य कारोबार को खोलने की छूट तो दी गई है, वर्तमान में इन्हें आयोजन में काम करने की अनुमति नहीं मिली है। इसके कारण इससे जुड़े लोग नाखुश है। इनका कहना है इन्हें काम करने की छूट नहीं मिलने से इनके सामने अब परिवार चलाने का संकट पैदा हो रहा है। इन कार्यो से जुड़े हजारों लोगों की रोजी रोटी भी छीन गई है। मंगलवार को राजधानी रायपुर में इन सभी लोगों ने गांधी मैदान में एकत्रित होकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन्हें भी काम करने की छूट मिले। इस संबंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने व्हाइट हाउस के पास ही रोक लिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब से कोरोना वायरस की महामारी फैली है। शासन-प्रशासन द्वारा लॉकडाउन जारी किया गया जिसमें लगभग सभी कार्य बंद थे, लेकिन अब अनलॉक कर दिया गया है जिसमें कई कार्य आरंभ हो चुके हैं, पर धूमाल, डीजे, लाइट डेकोरेशन, घोड़ी-बग्गी तथा जनरेटर कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हो सका है जिसके कारण इस कार्य से संबंधित लोग बेरोजगार हो गए है। इससे हमें अपने परिवार के भरण-पोषण करने में आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विगत 02 माह से एसपी, कलेक्टर, संस्कृति मंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन आज दिनांक तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्णय नहीं लिया गया। इस व्यवसाय से जुड़े लगभग लाग 30 हजार परिवार को जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गई है। उक्त समस्या को ध्यान में रखते हुए हमें भी विभिन्न त्यौहारों, मांगलिक कार्यो में काम करने की छूट मिलने की मांग की है।