जशपुर। छत्तीसगढ़ में बीते कुछ वर्षो में हाथी और मानव द्वंद काफी बढ़ गया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्से से लगातार हाथी हमले के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले तीन सालों के भीतर अब तक दो सौ से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। साथ ही हाथी से बचने के लिए ग्रामीण करेंट भी लगा रहे हैं। इससे हाथियों की मौत हो रही है। वन विभाग की ओर से अब तक पुख्ता इंतजाम नहीं होने के कारण इस पर रोक नहीं लग पा रही है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार तमाम तरह की दावे कर रही है, मगर सब खोखली है। इस बीच सोमवार को फिर हाथी के हमले से एक महिला की जान चली गई। मामला जशपुर के तपकरा रेंज का है।
जानकारी के मुताबिक, केरसई पंचायत के बरटोली गांव की निवासी खिज्मती बाई और उसका पति रामकुमार सोमवार की सुबह बाइक से गुड़ लेने के केरसई जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते मे गोठान के जंगल मे दंपती पर पीछे से दंतैल ने हमला कर दिया। हाथी ने चलती हुई बाइक को दौड़ाया और सूढ़ से पीछे बैठी हुई महिला को लपेट लिया। हाथी के इस हमले से बाइक अनियंत्रित हो कर गिर गई। जमीन में गिरी हुई खिज्मती को अतिकाय ने कुचल कर मार डाला। हादसे में मृतिका के पति रामकुमार ने मौके से भाग कर किसी तरह से अपनी जान बचाई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस घटना से पहले दल से अलग हो कर भटक रहे इस दंतैल ने रायमुण्डा गांव में एक अन्य महिला सुखों बाई 50 वर्ष को घायल किया है। उसे इलाज के लिए नजदीक के जंगल मे भर्ती किया गया है। केरसई के आसपास के जंगल मे तीन हाथी मौजूद हैं। महिला को कुचलने के बाद दंतैल आक्रामक हो चुका है। मौके पर अब भी वन अमला और ग्रामीण हाथी को खदेड़ने में जुटे हुए हैं।