जांजगीर। इस आंगनबाड़ी में कितने बच्चे हैं ? दर्ज संख्या के आधार पर बच्चे आते क्यों नहीं ? अंडा मिला है की नहीं ? खाने में क्या बना है, दिखाइए ? अस्पताल में ओपीडी कम क्यों है ? समय पर अस्पताल खुलता है न ? राशनकार्डधारी समय पर राशन के साथ शक्कर लेते है की नहीं ? कुछ ऐसी ही सवालों के साथ छत्तीसगढ़ के जांजगीर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज बलौदा ब्लॉक के दूरस्थ गांवों में पहुंचकर न सिर्फ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानी, बल्कि उन्होंने स्कूल, आंगनबाड़ी, शासकीय उचित मूल्य की दुकानों और अस्पतालों में जाकर मैदानी कर्मचारियों की उपस्थिति का भी पता लगाया। कलेक्टर ने कार्यालयों में निरीक्षण के दौरान एक ओर सवाल किये वही दूसरी ओर उन्होंने राशन दुकानों में दिए जाने वाले चावल को हाथों में लेकर, रेड़ी टू ईट जैसे पोषण आहार को स्वयं चखकर उसकी गुण्वत्ता को भी परखा। राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेकर आम नागरिकों की समस्याओं को दूर करने का लगातार प्रयास कलेक्टर द्वारा किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज उन्होंने बलौदा ब्लॉक के अनेक ग्रामों का दौरा किया। वे सबसे पहले मिनी आंगनबाड़ी केंद्र महुदा पहुचे। महुदा एवं जूनाडीह के आंगनबाड़ी केंद्र में उन्होंने पहले तो बनाए गए भोजन की जानकारी ली और सप्ताह में दिए जाने वाले अण्डे, पोषण आहार की जानकारी लेते हुए कहा कि बच्चों को समय पर भोजन दिया जाना चाहिए। गंभीर एवं मध्यम कुपोषित बच्चों को विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए क्षेत्र की गर्भवती व एनीमिक महिलाओं को समय पर पोषण आहार देनेे और बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए खेल गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बारिश में हो रही सीपेज को देखते हुए यहां के सरपंच को मरम्मत कराने के कहा। कलेक्टर ने रेडी टू ईट के संबंध में जानकारी लेते हुए एक पैकेट मंगाए और इसे चखकर भी देखा। उन्होंने ऐसे सभी आंगनबाड़ी केंद्र जहां रसोई गैस नहीं है, वहां रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश एसडीएम को दिए हैं। कलेक्टर ने नवीन पंचायत भवन जूनाडीह का अवलोकन के पश्चात आयुष्मान हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में उन्होंने स्टाफ की उपस्थिति की जांच की और समय पर सभी को उपचार के लिए उपस्थित रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यहां प्रसव और ओपीडी की संख्या कम होने पर संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
चावल की क्वालिटी जांचने के बाद बोले : कलेक्टर ने ग्राम जूनाडीह में शासकीय उचित मूल्य के दुकान का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां रखे चावल की बोरियों से चावल हाथों में लेकर गुणवत्ता की जांच की और कहा कि गरीबी रेखा से नीचे तथा कार्डधारियों को राशन लेने में कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित की जाए। राशन दुकान में उपलब्ध सामग्रियों की स्टाक सूची मात्रा अनुसार रखी जाए। चावल के साथ शक्कर सहित अन्य उपलब्ध सामग्री समय पर वितरित की जानी चाहिए। कलेक्टर ने एपीएल, बीपीएल कार्डधारियों की संख्या, यहा प्रदान की जाने वाली सामग्रियों चावल, शक्कर, नमक के उपलब्धता व विक्रय मूल्य की जानकारी लेते हुए ग्रामीणों से दुकान के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने दी बच्चों को शाबासी :कलेक्टर ग्राम जूनाडीह के शासकीय प्राथामिक शाला में शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कक्षा 3री की बालिका प्रीति से 9 का और कक्षा 5वीं के छात्र मोहित और अमन से 19 के पहाड़ा पूछा। विद्यार्थियों द्वारा बिना रूके पहाड़ा सुनाये जाने पर कलेक्टर ने प्रशंसा जताते हुए उन्होंने न सिर्फ शाबासी दी और होशियार हैं बच्चें, यह कहते हुए पेन भी उपहार स्वरूप दिया। कलेक्टर ने यहां के ग्रामीणों से शिक्षकों की समय पर उपस्थिति की जानकारी भी ली।
स्वच्छ हो आत्मानंद स्कूल का परिसर : कलेक्टर ने स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बलौदा का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने कार्यालयों एवं भवन परिसर में अव्यवस्था, गंदगी को लेकर नाराजगी जतायी और कहा कि स्कूल में स्वच्छता होनी चाहिए ताकि यहां स्वस्थ वातावरण में शैक्षणिक माहौल बना रहे। उन्होंने यहां विद्यार्थियों के लिए बनाये जाने वाले अतिरिक्त भवन के ले-आऊट की जानकारी लेते हुए भवन को गुणवत्तापूर्ण बनाने के निर्देश दिए।