Hisar Vidhansabha Seat : हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने में सफल रही है। लेकिन इस चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार की काफी चर्चा हो रही है। वह है कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल (Savitri Jindal)।
वह हिसार विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी थी। अब उन्होंने इस सीट से चुनाव में जीत दर्ज कर ली है। लेकिन सोचने की बात है कि ऐसा क्या खास है हिसार विधानसभा सीट से जीतने वाली निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल में जो हर तरफ इन्हीं की बातें हो रही है। चलिए जानते हैं लोकसभा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल के बारे में।
कौन हैं सावित्री जिंदल (Savitri Jindal)
दरअसल, सावित्री जिंदल राजनेता के अलावा एक सफल उद्योगपति हैं। वह जिंदल ग्रुप के संस्थापक ओम प्रकाश जिंदल की पत्नी हैं। अपने पति ओम प्रकाश जिंदल के निधन के बाद उन्होंने जिंदल ग्रुप की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी। फिलहाल, वह जिंदल ग्रुप की अध्यक्ष हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, 39.5 अरब डॉलर के साथ वह देश की सबसे अमीर महिला हैं। बता दें, भारत के सबसे अमीर आदमी और रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबनी इस सूची की टॉप-10 में भी शामिल नहीं हैं। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जिंदल की सबसे बड़ी कंपनी संचालित है।
सावित्री जिंदल का राजनीतिक करियर
सावित्री जिंदल के पति ओम प्रकाश जिंदल बिजनसमैन होने के साथ-साथ वह कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से सांसद और हिासार विधानसभा सीट से विधायक भी रहे। इस दौरान उन्हे हरियाणा सरकार में ऊर्जा मंत्री के रूप में भी कार्यरत थे।
साल 2005 में पति ओम प्रकाश जिंदल के निधन के बाद सावित्री जिंदल ने राजनिती में एंट्री की थी। उसी साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर हिसार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। इसके बाद 2009 में भी उन्होंने यहां से जीत हासिल की थी।
इसके बाद उन्होंने साल 2024 में भाजपा का दामन थामा था लेकिन किन्हीं वजह से उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला किया। हालांकि, उनके बेटे नवीन जिंदल ने कुरुक्षेत्र से भाजपा के टिकट पर 2024 का आम चुनाव जीता था।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में सावित्री जिंदल हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ी हुई थी। उनके खिलाफ भाजपा ने निवर्तमान विधायक कमल गुप्ता और कांग्रेस ने राम निवास राणा को मैदान में उतारा था। चुनावी रेस में उन्होंने दोनों उम्मीदवारों को पछाड़ जीत हासिल की है।