Sarangarh News : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले में सामूहिक दुष्कर्म (Sarangarh Gang Rape) की घटना की कहानी की चर्चा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। यह खबर राजनीतिक गलियारों से लेकर अधिकारियों से जुड़ा हुआ है इसलिए पूरे सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में सभी की जुबान पर इस खबर की चर्चा है।
इस खबर की चर्चा लोगों के जुबां में बुधवार से होने लगी जब पीड़ित महिला ने अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया और दुष्कर्म (Sarangarh Gang Rape) करने वाले आरोपियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। इसके बाद खबर आग की तरह फैल गई, क्योंकि दुष्कर्म का आरोप जिन लोगों पर लगा है वह कोई आम लोग नहीं है। जिन लोगों पर पीड़िता ने आरोप लगाया है उसमें भाजपा नेता, समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान, बलौदा बाजार से माखन सिंह कंवर, बिलाईगढ़ जनपद सीईओ प्रतीक प्रधान का नाम शामिल हैं।
बता दें कि जानकारी यह भी निकाल कर सामने आई है कि एक सचिव का स्थानांतरण अन्यत्र जिला हो गया है जिसका अनुमोदन जनपद पंचायत सीईओ प्रतीक प्रधान ने किया है। वहीं क्षेत्र के जानकारों ने बताया कि सरसीवा क्षेत्र में कई बार दुष्कर्म का झूठा आरोप अधिकारियों पर लगाया जा चुका है।
जबकि एफआईआर दर्ज होने के बाद न्यायालय में समझौता इस प्रकार के मामलों में कर लिया गया है इसलिए इस क्षेत्र में अधिकारी कार्य करने से भी घबराते हैं और खुलकर काम नहीं कर पा रहे हैं। अभी करीब 6 माह पहले भी जनपद पंचायत में कार्यरत दो तकनीकी सहायकों के ऊपर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। बाद में जानकारी आया कि इस मामले में समझौता कर लिया गया है।
पीड़िता की मां ने पुलिस को दिया अपना बयान
इस दुष्कर्म के आरोप लगाने वाले पीडि़ता की मां सरसींवा थाने पहुंची और पुलिस थाने में अपना बयान दर्ज कराया जिसमें पीडि़ता की मां ने कहा कि उनकी बेटी को गोपी टंडन और प्रदीप यादव के द्वारा अपनी नौकरी बचाने के लिए गुमराह किया जा रहा है और जैसा बन रहा है वैसा काम करवा रहे हैं। जबकि मेरी बेटी पढ़ी-लिखी नहीं है हालांकि इस दुष्कर्म के आरोप पर पीडि़ता की मां ने कहा कि इस घटना की सच्चाई मुझे नहीं पता लेकिन इस पूरे मामले में गोपी टंडन और प्रदीप यादव का ही हाथ है ।