रायगढ़/बरमकेला। एक दशक पहले बनी मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत साल्हेओना-तोरेसिंघा पहुंच मार्ग की सड़क अत्यंत जर्जर हो चुकी है। पिछले कई सालों से ग्रामीणों को जर्जर सड़क पर चलने की विवशता को देखते हुए सरिया मण्डल भाजपा के महामंत्री, साल्हेओना निवासी चूड़ामणि पटेल के पहल पर रायगढ़ सांसद गोमती साय ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में स्वीकृति बावत कार्रवाई करने का पत्राचार की है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के अंतर्गत वर्ष 2013-14 में साल्हेओना-तोरेसिंघा पहुंच मार्ग (वर्तमान में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले) को मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में शामिल कर पक्की सड़क बनाई गई थी। लेकिन संबंधित ठेकेदार द्वारा स्तरहीन निर्माण कार्य के चलते महज तीन साल में ही सड़क उधडऩे लगी। इसके बाद मरम्मत कार्य में भी लापरवाही बरती गई और सड़क अब अत्यंत ही जर्जर हो चुका है। जिसे लेकर रायगढ़ सांसद गोमती साय ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में स्वीकृति के लिए कलेक्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
22 लाख रुपए की मिली थी स्वीकृति : बता दें कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत लगभग चार किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 22 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी। भूपेश सरकार एवं उनके विधायक को इस मामले में अवगत कराने के बाद भी वर्तमान विधायक प्रकाश नायक भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। नतीजा रहा कि सड़क की डामर पूरी तरह से उधड़ चुका है और गिट्टी निकल कर गड्ढों में तब्दील हो गई है।कई बार सड़क सुधार की मांग की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों ने दी जानकारी : ऐसे में पिछले दिनों रायगढ़ सांसद गोमती साय का आगमन बरमकेला में हुआ था। इस दौरान चूड़ामणि पटेल के साथ ग्रामीणों ने सांसद साय को जर्जर सड़क के बारे में जानकारी दी। इस पर उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में शामिल कराकर नए सिरे से सड़क बनाने का आश्वासन दी है। साथ ही सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम को पत्र जारी कर योजना की सड़क स्वीकृति के लिए कार्रवाई करने को कहा है।
बेमौसम बारिश के बाद दिखी बदहाली : इस सड़क की बदहाली एक दिन हुई बेमौसम बारिश के बाद गड्ढों पर पानी भर गए हैं और उबड़-खाबड़ सड़क पर कीचड़ जैसे हालात बन गए हैं। इससे दो पहिया,चार पहिया वाहनों के लिए मुश्किल भरा सफ र तय करना पड़ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से जल्द नई सड़क बन बनाने की मांग की है।
मोबाइल टावर लगवाने को कहा : बरमकेला के सबसे बड़े ग्राम साल्हेओना में 4 जी मोबाइल कम्पनी की एक भी टावर नहीं है। चूड़ामणि पटेल एवं अन्य लोगों की मांग पर सांसद गोमती साय ने इस मामले में भी कलेक्टर को कार्रवाई कर अवगत कराने को कहा है। चूंकि 4 जी मोबाइल टावर के अभाव में स्कूली बच्चों की पढ़ाई-लिखाई बाधित हो रही है। ग्रामीणों को नेट बैंकिंग व अन्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।