बरमकेला। सरिया- बरमकेला क्षेत्र के इच्छा के विरुद्ध सरकार द्वारा एकतरफा नवगठित जिला सारंगढ़- बिलाईगढ़ में शामिल करने पर बरमकेला में जनाक्रोश फूट पड़ा. रविवार को जिला संघर्ष समिति के बैनर तले बरमकेला-सरिया मार्ग में झनकपुर-सण्डा के पास साढ़े पांच घंटे तक चक्काजाम कर दिया. जाम की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और उन्होंने जाम करने वालों की मांग को शासन तक पहुंचाने की ठोस आश्वासन देने के बाद ही चक्काजाम खत्म किया. गौरतलब रहे कि नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ की घोषणा पिछले 15 अगस्त के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने किया था और इस जिले में सरिया व बरमकेला क्षेत्र को तमाम विरोध दर्ज कराने के उपरांत भी शामिल कर दिया गया. ऐसे में दोनों क्षेत्र के लोगों का गुस्सा बढ़ गया और विरोध स्वरूप चक्काजाम करने की घोषणा की गई थी. ऐसे में रविवार को सरिया व बरमकेला क्षेत्र के जिला संघर्ष समिति से जुड़े लोग, सरपंच, किसान, व्यापारी व आम मजदूर वर्ग चक्काजाम स्थल बरमकेला के झनकपुर – सण्डा मार्ग पहुंचने लगे. हालांकि जाम डेढ़ घंटे देरी से शुरू हुआ जो दोपहर सवा तीन बजे तक चला. चक्काजाम के दौरान सूर्य की चुभने वाले किरणों व पारा 44 डिग्री होने के बावजूद भी चक्काजाम करने वाले आंदोलनकारी पीछे नहीं हटे और अपनी मांग के साथ गुस्सा भी प्रकट करते रहे.
एसडीएम व एसडीओपी ने की चर्चा : इस दौरान जिला संघर्ष समिति के जगन्नाथ पाणिग्राही, रामकृष्ण नायक, जनपद अध्यक्ष तारा शर्मा, कैलाश पण्डा, भूतनाथ पटेल, चूड़ामणी पटेल, परदेशी प्रधान, चक्रधर नायक आदि ने सरकार के मंसुबों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्षेत्र के जनताओं के इच्छा के विरुद्ध इस दोनों क्षेत्र को नवगठित जिला सारंगढ़- बिलाईगढ़ में शामिल करने का विरोध करते हैं और मांग पूर्ण न होने की स्थिति में सड़क को जाम जारी रहने की चेतावनी दी. इसी बीच दोपहर 3.05 बजे सारंगढ़ एसडीएम नंदकुमार चौबे व एसडीओपी प्रभात पटेल मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों से बातचीत की.
गलत रिपोर्ट भेजने का लगाया आरोप : आंदोलन करने वालों का आरोप था कि इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति नहीं समझे बिना सरकार को गलत रिपोर्ट भेजा गया है. नक्सली मूवमेंट, जंगली जानवरों की मौजूदगी व नवगठित जिला से इस क्षेत्र की दूरी की जानकारी गलत बताकर जबरन नये जिले में शामिल किया गया है. इस पर एसडीएम नंदकुमार चौबे ने उनकी बातों व मांगों को शासन तक सही तरीके से पहुंचाने का आश्वासन दिया. अधिकारी के इस आश्वासन के बाद चक्काजाम बहाल किया गया. चक्काजाम के दौरान भाजपा नेता जगन्नाथ पाणिग्राही, कांग्रेस नेत्री व जनपद पंचायत अध्यक्ष तारा शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर विश्वाल, किसान नेता मोहन पटेल,ब रमकेला भाजपा अध्यक्ष मनोहर पटेल, सरिया अध्यक्ष परदेशी प्रधान, लेंध्रा अध्यक्ष भूतनाथ पटेल, नगर पंचायत अध्यक्ष हेमसागर नायक, उपाध्यक्ष रामकुमार नायक, जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा रामकृष्ण नायक, कैलाश पण्डा, अजय नायक, चूड़ामणि पटेल, राधामोहन पाणिग्राही, चक्रधर पटेल, सेवकराम पटेल सरपंच संघ अध्यक्ष ओंकार पटेल, जयरतन पटेल, अरविंद पटेल, राजकिशोर पटेल, दयाराम चौधरी, मोहन पटेल, अशोक भोई, सविता गजानन गड़तिया, शारदा मालाकार, दीपकुमारी पटेल, राजकुमारी स्वर्णकार, सहोद्रा सिदार हिताषिनी साहू, हेमकुंवर नायक, ईश्वर साहू, जुगलकिशोर अग्रवाल, बासुदेव चौधरी, रामधारी रात्रे, दशरथ साहू, लोकनाथ नायक, गजपति डनसेना, तुलाराम डनसेना, राधाकांत देहरी, गोवर्धन निषाद सहित हजारों की संख्या में बरमकेलावासी उपस्थित थे।