रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश के लोगों को संबोधित किया था. कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी , नरेंद्र मोदी और PMO इंडिया के यूट्यूब चैनल पर टेलिकास्ट किया गया था. हैरान करने वाली बात यह थी कि वीडियो को लाइक से ज्यादा डिसलाइक मिले थे. वीडियो पर 3 लाख से ज्यादा डिसलाइक मिले थे. अब PMO इंडिया के यूट्यब चैनल पर कमेंट का सेक्शन ऑफ किया गया है. इसका मतलब अब इस यूट्यूब चैनल के वीडियो पर कोई भी कमेंट नहीं कर सकता. इधर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल पर भी कमेंट, लाइक, री टि्वट को ऑफ कर दिया है। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस ने उन पर तंज कसते हुए कहा है कि प्रदेश की जनता से पूर्व सीएम डर गए हैं। इसलिए उन्होंने ऐसा किया है।
ट्विटर अकाउंट पर रमन सिंह द्वारा जवाब देने का विकल्प बंद किए जाने पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह जनता से डर गए हैं और जनता के सवालों से डर गए । लोकतंत्र संवाद का नाम है और भाजपा के नेता एक-एक करके संवाद को खत्म कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता चल चुका है कि जनता अब भाजपा के खिलाफ है। कोरोना का जो कुप्रबंधन भाजपा की केंद्र सरकार ने किया और मजदूरों के जीवन से जो खिलवाड़ किया मजदूरों को सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर किया रेलवे लाइन में जिस तरह से मजदूर कट गए उसको लेकर जनता के बीच जो सवाल खड़े हो रहे हैं दरअसल रमन सिंह उन सवालों से डर गए हैं रमन सिंह जनता से डर गए हैं। आज पूरे देश के लोग मोदी भाजपा और रमन सिंह से जानना चाहते हैं कि 21 दिन में करोना से लड़ाई जीतने के झूठे खोखले दावों का क्या हुआ ? रमन सिंह भी भाजपा और मोदी की ही तरह जनता के बीच स्वीकार्यता खो चुके हैं । भाजपा और रमन सिंह अब सिर्फ एक तरफा संवाद चाहते हैं विरोध से बचना चाहते हैं, अपने खिलाफ बोलने लिखने वालों की बातें नहीं सुनना और नहीं पढ़ना चाहते हैं यही तो तानाशाही प्रवृत्ति का जीता जागता सबूत है । किसी भी जननेता को ऐसा करने से बचना चाहिए मोदी तो बरसों से यही करते आ रहे हैं । हाल ही में मोदी की मन की बात को 10 लाख से अधिक डिसलाइक मिले और सिर्फ 2 लाख 17 हजार लोगों ने उसे पसंद किया। यह भाजपा की गलत नीतियों और मोदी और रमन सिंह जैसे नेताओं के प्रति जनता में बढ़ते विरोध का जीता जागता सबूत है। रमन सिंह द्वारा टि्वटर अकाउंट में कमेंट और जवाब देने का विकल्प बंद किए जाने पर कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यह स्थिति तभी बनती है जब व्यक्ति को खुद यह एहसास हो जाता है कि वह फिजूल की बातें कर रहा है, उसकी बातें उसके तर्क जनविरोधी हो चुके हैं और जनता में उसकी कोई स्वीकार्यता नहीं बची है। वर्तमान में भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी और रमन सिंह जैसे नेताओं की यही स्थिति हो चुकी है ।