यूटिलिटी डेस्क। सोशल मीडिया पर कई तरह के मैसेज वायरल होते रहते हैं और कई बार लोग उन्हें सच मान लेते हैं. ऐसा ही एक लेटर सरकारी स्कीम को लेकर वायरल हो रहा है. वायरल लेटर में कहा जा रहा है कि अगर आपको पीएम मुद्रा योजना के तहत 1 लाख रुपए का लोन चाहिए तो आपको 1,750 रुपए खर्च करने होंगे, जबकि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए आप अपनी जरूरत के हिसाब से 50 हजार रुपए से लेकर 10 लाख तक का लोन ले सकते हैं. लोन कोलैटरल फ्री होता है, साथ ही इस पर किसी तरह की प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती. तो फिर क्या है इस वायरल मैसेज की सच्चाई? यहां जानिए इस बारे में. प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने इस वायरल मैसेज का फैक्ट चेक किया तो ये पता चला कि ये दावा बिल्कुल गलत है. पीआईबी ने इस लेटर को पूरी तरह से फर्जी बताया है और स्पष्ट किया है कि FinMinIndia की तरफ से ऐसा कोई भी लेटर जारी नहीं किया गया है. सरकार पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन लेने पर किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लेती है.
An approval letter claims to grant a loan of ₹1,00,000 under the 𝐏𝐌 𝐌𝐮𝐝𝐫𝐚 𝐘𝐨𝐣𝐚𝐧𝐚 on payment of ₹1,750 as loan agreement charges
#PIBFactCheck◾️This letter is #Fake.
◾️@FinMinIndia has not issued this letter.
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 30, 2023
पीएम मुद्रा योजना एक सरकारी स्कीम है जिसे साल 2015 में शुरू किया गया था. इस स्कीम में नॉन-कॉरपोरेट और गैर-कृषि कार्यों के लिए लोन दिया जाता है. इस स्कीम के जरिए 10 लाख रुपए तक का कोलैटरल फ्री लोन लिया जा सकता है यानी लोन के बदले आपको अपनी कोई प्रॉपर्टी वगैरह गिरवी रखने या सिक्योरिटी जमा करने की जरूरत नहीं होती है. पीएम मुद्रा लोन योजना के तहत सरकार तीन कैटेगरी में लोन देती है. पहली कैटेगरी है शिशु लोन- इसमें 50 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है. दूसरी श्रेणी किशोर लोन है, इसमें 5 लाख तक का लोन दिया जाता है और तीसरी कैटेगरी है तरुण लोन, इसमें 10 लाख रुपए तक की राशि लोन के तौर पर दी जाती है. आप अपनी जरूरत के हिसाब से कैटेगरी का चुनाव कर सकते हैं.