Baramkela News : खस्ताहाल सड़क से परेशान भाजपा नेताओं व ग्रामीणों ने विरोध का नया तरीका अपना कर गांधी गिरि दिखाई। ग्रामीण रोड पर एकत्र हुए और कीचड़ भरी सड़क पर धान के पौधों की रोपाई (Paddy Planted Road) की। साथ ही शासन प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया। इस दौरान चक्काजाम भी शुरू कर दिया। स्थानीय प्रशासन ने 15 दिनों में रोड की मरम्मत करने का आश्वासन दिया, तब जाकर बीजेपी नेता व ग्रामीण शांत हुए। मामला छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेेला ब्लॉक का है।
दरअसल, सरिया क्षेत्र की सड़कें विश्वासपुर से सरिया एवं कटंगपाली से बरमकेला तक की सड़क (Paddy Planted Road) जिसकी हालत बेहद खराब है। जानलेवा गड्ढों से कितना भी बचने की कोशिश करें आप बच नहीं पायेंगे बल्कि हिचकोले खाते या फि र गिरते हुए पार करेंगे। गड्ढानुमा सड़कों पर वाहन चलाना तो क्या पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस मार्ग से प्रतिदिन ना केवल आमजन बल्कि भारी तादाद में स्कूली बच्चों का भी आवागमन होता है।
सरिया क्षेत्र की बात करें तो रायगढ़ विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी मुख्य सड़क मार्ग की स्थिति काफी बदहाल होने से यहां की लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है और सड़कों के गड्ढे में तब्दील (Paddy Planted Road) हो जाने से जलभराव हो गया है जिसके कारण लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में काफ ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लिहाजा उन पर हमेशा जान-माल की खतरा बना रहता है। वैसे तो इन सड़कों की रखरखाव की जिम्मेदारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व पीडब्ल्यूडी विभाग की है परन्तु राज्य सरकार के अधीनस्थ आने वाले सड़कों का यह स्थिति क्षेत्रीय विधायक और पीडब्ल्यूडी विभाग की उदासीनता को उजागर कर दिया है। कुंभकरणी निद्रा में सोई हुई क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक प्रकाश नायक एवं उनकी भूपेश बघेल की सरकार द्वारा इस ओर ध्यान नहीं देने के कारण उनकी नाकामियों का यह दंश सम्पूर्ण क्षेत्रवासी झेलने को मजबूर है।
भाजपा नेता जगन्नाथ पाणिग्राही के नेतृत्व में आज सुबह 10 बजे से भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हजारों आम नागरिक इस आंदोलन में सम्मिलित थे। प्रदर्शन के दौरान सड़क नहीं डबरा है-सरकार और विधायक लबरा है के नारे जमकर लगाए गए। बता दें कि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी व प्रदर्शनकारियों के मध्य तीखी नोंकझोंक देखने को मिला। पीडब्ल्यूडी विभाग की अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना बयान से आंदोलनकारी भड़क गए और उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई इस बीच तहसीलदार सरिया अनुज कुमार पटेल ने सामने आकर समझाइश दी और किसी भी तरह से मामले को शांत किया।