Chhattisgarh News : राजभवन में मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम भूपेश बघेल के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन भी मौजूद रहे। राष्ट्रगान के बाद समारोह का समापन हुआ।
बता दें कि दो दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने मोहन मरकाम (Mohan Markam) को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटाया था। मरकाम की जगह बस्तर सांसद दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाया गया है। इसके बाद कल प्रदेश के स्कूल शिक्षा व सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस्तीफा दे दिया। अब डॉ टेकाम की जगह मोहन मरकाम को भूपेश मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि मरकाम को स्कूल शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिलेगी।
अब जानिए कौन हैं मरकाम
मोहन मरकाम (Mohan Markam) का जन्म एक किसान परिवार में कोंडागांव जिले के टेंडमुण्डा गांव में 15 सितंबर 1967 हुआ था। उनके पिता भीखराय मरकाम एक किसान थे। मरकाम ने शासकीय सेवा के रूप में शिक्षाकर्मी वर्ग 1 व शिक्षाकर्मी वर्ग 2 के रूप में भी काम किया। इसके अलावा उन्होंने कुछ दिनों तक भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी और भारतीय स्टेट बैंक लाइफ में सीनियर एजेंन्सी मैनेजर के रूप में भी काम किया। लेकिन राजनीति में आने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
अब तक का सियासी सफर..
- 1990 में महेंद्र कर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ली थी।
- 1993, 1998, 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी भी की। लेकिन टिकट नहीं मिली।
- 2008 में मरकाम को पहली बार कोंडागांव सीट से चुनावी मैदान में लता उसेंडी के सामने उतारा था। जिसमें उन्हें 2771 मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
- 2013 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें फिर चुनावी मैदान में उतारा। इस चुनाव में भी मरकाम को हार का सामना करना पड़ा था।
- 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर मोहन मरकाम पर भरोसा दिखाया और इस बार उन्होंने भाजपा की लता उसेंडी को भारी मतों से हराया था।
- 2018 में बंपर जीत के बाद कांग्रेस ने PCC के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया, और फिर मोहन मरकाम को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली।