रायगढ़। ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए जेएसपी फाउंडेशन ने 98 विद्यार्थियों को कुल 12 लाख रुपए की स्कॉलरशिप प्रदान की। छात्रवृत्ति वितरण समारोह का आयोजन जिंदल सेंटर में किया गया। जेएसपी रायगढ़ के कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय एवं जिंदल लेडिज क्लब की अध्यक्षा अनंदिता बंद्योपाध्याय ने समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए छात्रवृत्ति का वितरण किया। जिंदल स्टील एंड पाॅवर की सीएसआर इकाई जेएसपी फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष संयंत्र के आसपास के गांवों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। इसके तहत छात्रों को श्री ओपी जिंदल छात्रवृत्ति एवं छात्राओं को सावित्री देवी जिंदल छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। इसमें कक्षा नवमी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के साथ ही इंजीनियरिंग, मेडिकल व व्यावसायिक शिक्षा हासिल कर रहे विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाता है। स्कॉलरशिप के लिए विद्यार्थियों का चयन परीक्षा के आधार पर किया जाता है। इस वर्ष जेएसपी फाउंडेशन द्वारा आयोजित परीक्षा में 63 छात्राओं और 35 छात्रों ने सफलता हासिल की। इस तरह चयनित 98 विद्यार्थियों को कुल 12 लाख रुपए की स्कॉलरशिप प्रदान की गई। आयोजन के दौरान मुख्य अतिथि जेएसपी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान विद्यार्थियों के प्रोत्साहन और उन्हें जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए जेएसपी फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष श्रीमती सावित्री देवी जिंदल एवं श्री ओपी जिंदल छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। पूरे अंचल के विद्यार्थी इस प्रक्रिया में पूरे उत्साह से हिस्सा लेते हैं और इसका सकारात्मक असर भी उन पर दिख रहा है। उन्होंने छात्रवृत्ति हासिल करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए लगन से पढ़ाई कर अपने परिवार, गांव, जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिए अपने दिल की सुनना जरूरी है। जिस काम में रूचि है, उसे पूरे दिल से करना ही कामयाबी का रास्ता है।
शिक्षा और हुनर किसी संसाधन का मोहताज नहीं : जिंदल लेडिज क्लब की अध्यक्षा अनंदिता बंद्योपाध्याय ने कहा कि शिक्षा और हुनर किसी संसाधन का मोहताज नहीं होता। इसके लिए मेहनत और लगन की जरूरत होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस छात्रवृत्ति के माध्यम से संसाधन आप तक स्वयं चलकर पहुंचा है, इसलिए आप सभी को और भी अधिक उत्साह से अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जुट जाना चाहिए। उन्होंने इस पहल के लिए जेएसपी फाउंडेशन की सराहना की। ओपी जिंदल स्कूल रायगढ़ के प्राचार्य आरके त्रिवेदी ने कहा कि गांवों और शासकीय विद्यालयों से निरंतर प्रतिभाएं निकलकर सामने आ रही हैं और आईआईटी, मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में अपना लोहा मनवा रही हैं। यह शिक्षा के प्रचार-प्रसार से ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि जेएसपी फाउंडेशन गांव—गांव में शिक्षा के प्रसार एवं आधारभूत संरचनाएं उपलब्ध कराने की दिशा में बेहतर काम कर रहा है। विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए रोचक टिप्स देते हुए श्री त्रिवेदी ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मानसिक रूप से सुदृढ़ होना सबसे जरूरी है। दुविधा की स्थिति में उपयुक्त सलाह लेनी चाहिए। कार्यक्रम को जेएसपी के मानव संसाधन प्रमुख जेरार्ड रॉड्रिक्स एवं शासकीय शाला कुसमुरा की व्याख्याता भावना शर्मा ने भी संबोधित किया। सीएसआर विभाग के उप महाप्रबंधक शिशिर तरफदार ने स्वागत उद्बोधन दिया।,
दी जा चुकी डेढ़ करोड़ रूपये की स्कॉलरशिप : जेएसपी फाउंडेशन द्वारा विगत एक दशक से हर साल मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। इसमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। अब तक इस योजना के तहत 2 हजार से अधिक विद्यार्थियों को डेढ़ करोड़ रूपयों से अधिक की रकम छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान की जा चुकी है। जेएसपी फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिंदल की पहल पर जेएसपी फाउंडेशन ने इस वर्ष से पूरे छत्तीसगढ़ में आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की छात्राओं को उच्च शिक्षा में सहयोग प्रदान करने के लिए यशस्वी योजना शुरू की है। पहले ही साल इस योजना के तहत प्रदेश की 246 छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए 55 लाख रूपये की स्कॉलरशिप प्रदान की जा चुकी है।