World Cup 2023 : वर्ल्ड कप-2023 का तीसरा मुकाबला शनिवार को बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच खेला गया. इस मैच की मेजबानी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला ने की. एकतरफा मुकाबले में बांग्लादेश ने अफगानिस्तान को शिकस्त दी. इस बीच, अफगानिस्तान के कोच जनॉथन ट्रॉट (Jonathan Trott) ने धर्मशाला के ग्राउंड को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, क्या हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम विश्व कप में मैचों की मेजबानी के लिए उपयुक्त है. उन्होंने सुझाव दिया कि आईसीसी को देशभर में आउटफील्ड की गुणवत्ता पर गौर करना चाहिए.
दरअसल, अफगानिस्तान टीम की फील्डिंग के दौरान अफगान खिलाड़ी मुजीब उर रहमान ने बाउंड्री पर डाइव लगाई थी. इस दौरान उनका घुटना मैदान पर रगड़ खा गया. यही नहीं उतने एरिया की घास भी निकल गई. इस घटना के बाद ट्रॉट (Jonathan Trott) ने मैदान को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आउटफील्ड पर घास बिखरी हुई थी और दोनों तरफ के कई खिलाड़ियों का पैर मैदान में फंसा.
इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का तीसरा टेस्ट धर्मशाला से इंदौर स्थानांतरित कर दिया गया था. बीसीसीआई ने इसके लिए सर्दियों को जिम्मेदार ठहराया था. ट्रॉट (Jonathan Trott) ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अफगानिस्तान की हार के लिए आउटफील्ड की स्थिति को जिम्मेदार नहीं ठहराया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम विश्व कप में खेलों की मेजबानी करने के लिए उपयुक्त था या नहीं, इस पर आकलन करना उनका काम नहीं है, लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि आईसीसी को देश भर में आउटफील्ड की गुणवत्ता पर गौर करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यदि आपके पास खिलाड़ी हैं जो इस बात को लेकर अनिश्चित हैं कि वे डाइव लगा सकते हैं या नहीं… हम दुनिया भर में देखते हैं जहां खिलाड़ियों को सिखाया जाता है, उनकी फील्डिंग में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. और जब आपके पास खिलाड़ी होते हैं जो घायल होने के बारे में चिंतित होते हैं … मेरा मतलब है, हम भाग्यशाली हैं कि मुजीब को अंत में घुटने में गंभीर चोट नहीं लगी. ट्रॉट ने कहा कि हां शायद मुजीब को घुटने के बल डाइव नहीं लगाना चाहिए था, मैं निश्चित रूप से कोई दोष नहीं लगा रहा हूं, लेकिन यह भविष्य के लिए नजर रखने वाली बात है.