Hyderabad News : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) में एक मां-बेटी की बहादुरी ने 2 हथियारों से लैस अपराधियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया। आरोपी गुरुवार को दोपहर में उनके घर में लूटपाट करने के लिए घुसे थे, लेकिन मा-बेटी के आगे उनकी एक न चली। इन मां-बेटी को पुलिस ने उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया है।
ये मामला सिकंदराबाद (Hyderabad) में बेगमपेट थाना क्षेत्र का है। जहां पर एक घर में दो शख्स पिस्टल लेकर लूट के इरादे से घुस गए। इस दौरान उन्होंने हेल्मेट भी पहन रखा था। घर में घुसने के बाद वे वहां रहने वाले लोगों से जेवरात और कीमती सामान की मांग करने लगे। लेकिन मां-बेटी की बहादुरी के कारण वे दोनों अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सके।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 42 साल की अमिता मेनहोत और उनकी बेटी घर पर थीं। तभी दोपहर में दो बजे दरवाजे की घंटी बजी। घरेलू सहायिका ने दरवाजा खोला तो दो लोगों ने उससे कहा उन्हें एक पार्सल देना है। सहायिका ने उन्हें बाहर इंतजार करने के लिए कहा, लेकिन उनमें से एक अपराधी ने बंदूक निकाल ली और उसके साथी प्रेमचंद ने घरेलू सहायिका के गले पर चाकू रख दिया।
इसके बाद वे दोनों जबरन घर के अंदर घुस गए। उन्होंने कहा कि सारा कीमती सामान उन्हें सौंप दिया जाए। लेकन उन अपराधियों के लिए दुर्भाग्य की बात ये थी कि घर की मालकिन ने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ले रखी थी। उन्हें मां-बेटी की जोड़ी की हिम्मत का अंदाजा नहीं था।
अमिता महनोत और उनकी बेटी ने उन अपराधियों पर हमला कर दिया। बड़ी मुश्किल से वे जान बचाकर घर से भागे। हालांकि बाद में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें मां-बेटी बहादुरी से उन अपराधियों का मुकाबला करते हुए दिखाई दे रही है। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में बेगमपेट पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों की पहचान सुशील कुमार और प्रेमचंद के रूप में की गई है। दोनों को न्यायिक रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने करीब एक साल पहले इस परिवार के लिए काम किया था। अमिता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है।