BalodaBazar Violence Case : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में महीनेभर से जेल में बंद कांग्रेस विधायक (Congress MLA Devendra Yadav) देवेंद्र यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। जिला सत्र न्यायालय ने बुधवार को याचिका पर अपना फैसला सुनाया। इससे पहले 10 सितंबर को कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका ख़ारिज की थी।
दरअसल, बलौदाबाजार हिंसा मामले में मंगलवार 17 सितंबर को विधायक देवेंद्र यादव (Congress MLA Devendra Yadav) कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे। पुलिस ने देवेंद्र यादव की न्यायिक हिरासत बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने 30 सितंबर तक की मोहलत दी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने उनकी रिमांड अवधि 30 सितंबर तक बढ़ाई है।
17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तारी हुई, इसके बाद से लगातार न्यायिक रिमांड बढ़ी। वे रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। पुलिस का तर्क है कि, विधायक का मोबाइल जमा नहीं होने के चलते केस के प्रोग्रेस में देरी हो रही है। जिस पर देवेंद्र ने वकील ने कहा कि मोबाइल जमा कर दिया गया था। डीवीआर कॉपी करने के बाद पुलिस ने वापस लौटाया।
वहीं मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बुधवार को भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव से मिलने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। पटवारी ने कहा कि, देवेंद्र की रगों में भी कांग्रेस का खून है। वे सभी परिस्थितियों और मुश्किलों से लड़ लेंगे।
पटवारी ने कहा कि, देवेंद्र यादव को उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। मुश्किलें खड़ी की जा रही हैं। उन्होंने कहा, बलौदाबाजार की घटना शासन-प्रशासन का फेलियर था। जहां भी बीजेपी की सरकार है, वहां इस तरह की घटनाएं होती हैं।
उन्होंने कहा, न्यायपालिका और कानून पर पूरा विश्वास है। 90 दिन हो गए, लेकिन सरकार चालान पेश नहीं कर रही है। इन्हें डर है कि फैसला आ गया, तो वे कटघरे में खड़े दिखाई देंगे।