Sunday, November 24, 2024
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CM BHUPESH : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए क्यों अहम है कांग्रेस का कल से शुरू हो रहा अधिवेशन

रायपुर। कांग्रेस का 85वां अधिवेशन छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुक्रवार से शुरू हो रहा है. तीन दिनों तक अधिवेशन के दौरान देश के अलग-अलग विषयों पर बात होगी, जिससे कांग्रेस की दशा और दिशा भी तय होगी. कांग्रेस इस बैठक में आने वाले चुनावों में सियासी रणनीति तय करेगी. अधिवेशन में पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्यसमिति का भी गठन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे सहित सभी तमाम दिग्गत शिरकत करेंगे. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए काफी अहम है और मिशन-2023 के लिहाज से अपने सियासी कद को हाईकमान के सामने बढ़ाने का एक बेहतर मौका है. ऐसे में भूपेश बघेल ने पूरे आयोजनों की कमान अपने हाथों में ले रखी है और पार्टी नेताओं की मेहमान नवाजी के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. रायपुर में हो रहे अधिवेशन में पॉलिटिकल, इकोनॉमिक, इंटरनेशनल अफेयर, किसानों से लेकर सामाजिक न्याय, रोजगार के मुद्दे पर बात होगी. छत्तीसगढ़ समेत मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जबकि अगले साल लोकसभा चुनाव हैं. ऐसे में ये अधिवेशन कांग्रेस के लिए बहुत खास माना जा रहा है तो छत्तीसगढ़ में होने से भूपेश बघेल के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. इस बात को समझते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा भी है कि यह हमारे लिए एक एतिहासिक और गौरवपूर्ण पल होगा.

 

भूपेश बघेल के लिए क्यों अहम : साल के आखिर में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से भूपेश बघेल के लिए यह अहम मौका नजर आ रहा है. कांग्रेस राष्ट्रीय अधिवेशन कर मिशन-2023 का चुनावी बिगुल का आगाज कर सकती है. ऐसे में भूपेश बघेल 2023 में मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर अपनी मुहर लगवा सकते हैं, क्योंकि टीएस सिंहदेव जैसे दिग्गज कांग्रेस नेताओं के साथ चुनौती मिलती रही है. ऐसे में भूपेश बघेल अधिवेशन में अपनी ताकत और कांग्रेस नेताओं के स्वागत के लिए पलक पावड़े बिछाकर गांधी परिवार से लेकर पार्टी हाईकमान तक का दिल जीत सकते हैं.

स्वागत के लिए खास इंतजाम : कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में तकरीबन 15 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है. ऐसे में उनके लिए 1500 से ज्यादा गाड़ियों की व्यवस्था की जा रही है. नागपुर से 300 इनोवा, दिल्ली से 100 लग्जरी कारें, इंदौर-नागपुर से लग्जरी बसें मंगवाई गई हैं. 700 छोटी गाड़ियों की बुकिंग की गई हैं. इसमें ढाई सौ वीआईपी के लिए लग्जरी कारें भी लगेंगी. इसके अलावा बसों की भी व्यवस्था की गई है. कांग्रेसी नेताओं के लिए कई तरह के लजीज व्यंजन रखे हैं. नेताओं का स्वागत प्रदेश के छत्तीसगढ़ के राजकीय गमछे से किया जाएगा.

सियासी समीकरण साधने का दांव : कांग्रेस के महाधिवेशन के लिए सोच समझकर छत्तीसगढ़ के रायपुर का चयन किया गया है. राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आदिवासी वोटर्स को साधने की कोशिश करते नजर आए थे. इसके लिए वे लगातार आदिवासी वोटर्स पर फोकस कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में भी चुनाव हैं. इन्हें देखते हुए छत्तीसगढ़ का चयन हुआ है. छत्तीसगढ़ में अधिवेशन आयोजित होने का असर पड़ोसी राज्यों में भी पड़ेगा. इसी वजह से अधिवेशन के लिए छत्तीसगढ़ को चुना गया है.

 

देश भर से जुटेंगे कांग्रेसी : कांग्रेस अधिवेशन में हर राज्य की कांग्रेस कमेटी के बड़े नेता शिरकत करेंगे. इसके अलावा एआईसीसी के तमाम दिग्गज भी छत्तीसगढ़ पहुचेंगे. इस बैठक में सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव ही नहीं बल्कि मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम का खाका भी खींचा जाएगा. कांग्रेस में पावरफुल मानी जाने जाने वाली कार्यसमिति यानी सीडब्ल्यूसी का चुनाव है, क्योंकि राहुल गांधी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में सीडब्ल्यूसी के चुनाव कराने की मांग पार्टी के अंदर से उठती रही है.