रायगढ़। वेतन विसंगति को लेकर छत्तीसगढ़ के सहायक शिक्षक फिर अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। शिक्षकों की हड़ताल के चलते स्कूल बंद हैं। सुबह कई छात्र अपने समय पर स्कूल पहुंचे भी, लेकिन शिक्षकों के नहीं आने पर बैरंग लौट गए। हालांकि कुछ स्कूल जरूर खुले रहे। शिक्षकों का कहना है कि वह पिछले चार सालों से इसे लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। हड़ताल को लेकर शिक्षकों ने सप्ताहभर पहले ही अफसरों को चेतावनी दे दी थी। सरकार से अपनी मांगों को लेकर शिक्षक संवर्ग में नाराजगी है। इसी नाराजगी के चलते प्रदेश के करीब डेढ़ लाख सहायक शिक्षक, प्राथमिक प्रधान पाठक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। फेडरेशन का कहना है कि वह पिछले चार सालों से अपनी एक सूत्रीय मांग प्रथम नियुक्ति से सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करने को सरकार से कर रहा है। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक ने अपने एक सूत्रीय मांग प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करते हुए वेतन विसंगति दूर करने हेतु अनिश्चित कालीन आंदोलन का प्रथम दिवस पूरे जोश व उत्साह से किया जिसमें ब्लॉक इकाई पुसौर के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं तथा नव नियुक्त प्रधान पाठक भारी संख्या में उपस्थित रहकर वर्तमान सरकार को उनके किये हुए वादे को याद दिलाते हुए जमकर नारेबाजी की l
शिक्षकों ने कहा ….इसी सरकार ने 4 वर्ष पूर्व सत्ता में आने से पहले यह वादा किया था कि हमारी सरकार बनते ही तत्काल आप सबकी वेतन विसंगति दूर कर दिया जायेगा l परन्तु बड़े ही दुःख की बात है कि उक्त संबंध में कमिटी का गठन करने के बावजूद आज पर्यन्त न तो विसंगति दूर हुई और न ही सरकार द्वारा कोई पहल कि गई अतः सभी सहायक शिक्षकों ने क्षुब्द होकर यह अनिश्चित कालीन आंदोलन का कदम उठाया है। ब्लॉक अध्यक्ष राजेश किसान ने यह भी कहा कि भविष्य में आंदोलन को और उग्र किया जाएगा l प्रांतीय संयुक्त सचिव विजेंद्र चौहान ने अपील करते हुए कहा कि समस्त शिक्षक संवर्ग इस आंदोलन में भाग लेने एवं प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करवाते हुए वेतन विसंगति दूर करवाने में अपना अहम योगदान प्रदान करें साथ ही साथ जिला मीडिया प्रभारी एस कुमार सारथी जिला प्रवक्ता हेमंत चौहान और अनिल देवता दीपक लकड़ा, चंद्रशेखर पटेल, संदीप टोप्पो , कीर्ति वास होता, उज्जवल बेहरा ,प्रदीप प्रधान गोविंद कुमार महाणा, ईश्वर चंद गुप्ता निराकार महाणा ,वीरेंद्र चौहान , सुदर्शन सिदार,उज्जवल बेहरा, डोलामणि बिसवाल, महिला प्रतिनिधि श्रीमती आरती प्रधान, श्रीमती लक्ष्मी ओगरे, नीतू प्रधान एवं समस्त नारी शक्ति ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारी एक सूत्रीय मांग प्रथम नियुक्ति से सेवा गणना करते हुए वेतन विसंगति जब तक दूर नहीं होगी तब तक अनिश्चितकालीन आंदोलन में डटे रहेंगेl